करतारपुर कॉरिडोर: नवजोत सिद्धू के नकली ट्विटर हैंडल ने मचाई हलचल
अकाउंट से पहला ट्वीट पाकिस्तान के प्रधान मंत्री के नाम किया गया। इस ट्वीट को 3000 से ज्यादा बार रीट्वीट किया गया है और करीब 19000 लाइक प्राप्त हुए हैं ।
ट्वीट के संग्रहीत संस्करण के लिए यहां क्लिक करें। हालांकि बहुत कम ट्विटर उपयोगकर्ताओं ने बताया कि अकाउंट नकली है, अन्य उपयोगकर्ताओं ने पाकिस्तान में उनका स्वागत करते हुए ट्वीट किया है या निमंत्रण स्वीकार करने के लिए उनकी आलोचना की है। फर्जी ट्वीटर अकाउंट एक महीने पहले बनाया गया है। ट्विटर बायो दिखाता है कि अकाउंट अक्टूबर 2018 में बनाया गया था और विवरण कहता है, 'आई लव इंडिया'। ट्विटर विश्लेषणात्मक टूल Tweetbeaver पर खाते का विश्लेषण दिखाता है कि यह 24 अक्टूबर, 2018 को बनाया गया था। अकाउंट के 2,500 से ज्यादा फॉलोअर्स हैं, जबकि इससे 9 बार ट्वीट किया गया है जिसमें से ज्यादातर करतारपुर कॉरिडोर से संबंधित हैं। इस अकाउंट ने 22 नवंबर, 2018 को सिद्धू के मूल अकाउंट @sherryontopp से भी एक ट्वीट लिया है। ट्वीट में उन्होंने पाकिस्तान के प्रधान मंत्री का शुक्रिया अदा किया और उन्हें 'अनमोल' बताया है जबकि कॉरिडोर खोलने के लिए 'मानव जाति के लिए महान सेवा' के रूप में संदर्भित किया है। ट्वीट्स के लिंक के लिए यहां और यहां क्लिक करें। सिद्धू का मूल अकाउंट @sherryontopp अप्रैल 2013 में बनाया गया एक सत्यापित खाता है और इसमें लगभग 4 लाख फॉलोअर्स हैं। ' करतारपुर कॉरिडोर खोले जाने पर सिद्धू की प्रतिक्रिया क्या थी? पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू, जो कॉरिडोर की वकालत कर रहे हैं, उन्होंने इसे बनाने के केंद्र के फैसले का स्वागत किया।Today I have been invited by the Government of Pakistan On the occasion of opening the #KartarpurCorridor. I am grateful 2Prime Minister Imran khan & Army chief.All Sikh community is thankful 2Pakistan. Pakistan is my second home. And I'll definitely come on this happy occasion
— Navjot Singh Sidhu (@Navjot_S_Si) November 25, 2018
23 नवंबर, 2018 को, विदेश मामलों के मंत्रालय द्वारा पाकिस्तान सरकार को फैसला सूच्य करने के बाद गुरु नानक की 550 वीं जयंती पर करतारपुर कॉरिडोर खोलने की घोषणा की गई। सिद्धू ने पाकिस्तान के प्रधान मंत्री को भी अपनी ट्वीट्स में धन्यवाद दिया।I welcome this auspicious step by the Union Cabinet, it will be a cup of joy for 12 Crore ‘Nanak Naam Laivas.’ It will build bridges, burn animosity and will act like a soothing balm for two neighbouring countries. #GuruNanakJayanti #Kartarpurcorridor
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) November 22, 2018
पाकिस्तान के विदेश मंत्री द्वारा निमंत्रण के जवाब में सिद्धू ने कहा कि उनका आवेदन विदेश मंत्रालय को पहले से ही जमा कर दिया गया है।I thank the Govt. of India from the core of my heart and take a bow! I request the Hon’ble PM of Pakistan @ImranKhanPTI Sahib to take reciprocal steps for opening the Kartarpur Sahib corridor and spread Baba Nanak’s message of universal brotherhood and peace across the Globe.
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) November 22, 2018
जबकि सिद्धू ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया, पंजाब के मुख्यमंत्री कप्तान अमरिंदर सिंह ने भारतीय सैनिकों की लगातार हत्याओं और पाकिस्तान द्वारा आतंकवादी हमलों का हवाला देते हुए निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है। हालांकि, उन्होंने ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह को 'ऐतिहासिक अवसर' कहा। जब उनसे सिद्धू के आमंत्रण स्वीकार करने के संबंध में पूछा गया तो सिंह ने कहा, 'यह सोचने का उनका तरीका है' और जब भारतीय सैनिकों की हत्या हो रही है तो वो ऐसा नहीं कर सके।Responding to invitation of Pakistan Foreign Minister Shah Mehmood Qureshi to attend opening ceremony of #KartarpurCorridor corridor,Navjot Singh Sidhu writes "I look forward to meeting you on this historic occasion. My application for permission to attend is now lodged with MEA" pic.twitter.com/4NexsNPtxS
— ANI (@ANI) November 25, 2018
करतारपुर कॉरिडोर सिख तीर्थयात्रियों के लिए पाकिस्तान में रवि नदी के तट पर स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर के लिए वीज़ा मुक्त पहुंच सक्षम करेगा। कहा जाता है कि इसी जगह गुरु नानक ने अपनी मृत्यु के आखिरी सालों गुजारे थे। नानक की मृत्यु 1539 में हुई थी। गुरुद्वारा पाकिस्तान के नरोवाल जिले में लाहौर से 120 किलोमीटर दूर स्थित है। कॉरिडोर पंजाब के गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक को पाकिस्तान के गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर से जोड़ देगा। कॉरिडोर भारतीय सीमा से 4 किमी दूर है।Always cherished dream to visit Gurdwara Kartarpur Sahib. Regret to decline invite of @SMQureshiPTI @ForeignOfficePk for Kartarpur Sahib Corridor ceremony. Cannot go while killings of Indian soldiers & terror attacks in Punjab continue. May Waheguru bless us with peace & amity! pic.twitter.com/LUujzJvtak
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 25, 2018
भारत में सिख समुदाय लंबे समय से इस कॉरिडोर की मांग कर रहा था और पहली बार 1999 में पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की लाहौर की यात्रा पर प्रस्तावित किया गया था। 26 नवंबर, 2018 को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भारत के तरफ के कॉरिडोर की नींव रखी।Gurdaspur(Punjab): Vice President M Venkaiah Naidu to lay the foundation stone for the construction of Dera Baba Nanak-Karatarpur Sahib road corridor. Punjab CM Amarinder Singh,Governor VP Badnore,Union Ministers Nitin Gadkari, Hardeep Puri and others also present at the ceremony pic.twitter.com/OA7rvV3jHo
— ANI (@ANI) November 26, 2018