कैसे फ़ेक न्यूज ने गुजरात के एक स्कूल को बर्बाद कर दिया
2017 से, गुजरात के आरएमवीएम स्कूल को इंटरनेट पर निशाना बनाया जा रहा जिससे माता-पिता के बीच इसकी प्रतिष्ठा धूमिल हो गई है । यही कारण है कि अब कुछ ही बच्चे स्कूल में एडमिशन ले रहे हैं
“मुझे एक दिन में कम से कम दस कॉल आते हैं और लोग मुझे और स्कूल को गाली देते हैं और छात्रों को पीटने वाले शिक्षक का नाम जानना चाहते हैं । जब मैं उन्हें बताती हूं कि वीडियो नकली हैं और हमारे स्कूल से नहीं तो वे इसे मानने से इनकार करते हैं''
गुजरात के हलचल भरे तटीय शहर वलसाड में आरएमवीएम देसाई विद्याधाम स्कूल की प्रिंसिपल बिजल पटेल गंभीर समस्या से जूझ रही हैं ।
जबकि अन्य स्कूलों में नए सेमेस्टर की योजना है, पटेलों का स्कूल पिछले दो वर्षों से एक अजीबोगरीब समस्या से ग्रस्त है ।
2017 से, गुजरात के आरएमवीएम स्कूल को इंटरनेट पर निशाना बनाया जा रहा जिससे माता-पिता के बीच इसकी प्रतिष्ठा धूमिल हो गई है । यही कारण है कि अब कुछ ही बच्चे स्कूल में एडमिशन ले रहे हैं । अगर ऑनलाइन "आरएमवीएम स्कूल" शब्द खोजे जाएं तो स्कूल की सुविधाओं या उपलब्धियों के बारे में परिणाम नहीं दिखाई देते हैं, बल्कि बाल दुर्व्यवहार के भयानक वीडियो दिखाई देते हैं ।
असलियत यह है कि एक भी वीडियो स्कूल का नहीं है ।
सीरिया, मिस्र, चीन, थाईलैंड और तुर्की के वीडियो को झूठे दावों के साथ फैलाया गया है कि अपराधी स्कूल से संबंधित शिक्षक हैं । स्कूल की प्रिंसिपल बिजल पटेल, पिछले कुछ वर्षों से नकारात्मक प्रचार की एक निरंतर धारा से लड़ रही हैं । वह कहती हैं कि वह नहीं जानती कि अब समस्या से कैसे निपटा जाए ।
स्कूल पर प्रभाव
स्कूल ने पहली बार 2017 में समस्या का सामना किया जब मिस्र के एक अनाथालय का वीडियो वायरल हुआ था । वीडियो में अनाथालय का मैनेजर बच्चों की बेंत से पिटाई कर रहा था । वीडियो के साथ झूठा दावा किया गया कि यह आरएमवीएम स्कूल का वीडियो है । पटेल ने कहा, "मेरे पास माता-पिता के फ़ोन आ रहे थे, पत्रकार जानकारी चाहते थे, हर कोई जानना चाहता था कि मैंने स्कूल में ऐसी घटना कैसे होने दी।" उन्होंने बताया कि "जब तक मैं स्कूल पहुंचती, तब तक स्कूल के कर्मचारियों को यूके और यूएसए से कॉल आ रहे थे, अजनबी फ़ोन कर रहे थे जो वीडियो से नाराज थे ।"
पटेल ने तब सबसे तार्किक काम किया- स्थानीय पुलिस के साथ एफआईआर दर्ज़ की ।
उन्होंने कहा, “मैंने सोचा कि समस्या का समाधान होगा । लेकिन ऐसा नहीं हुआ । ”
पटेल का कहना है कि उन्होंने काफ़ी भाग-दौड़ की और आख़िर में साइबर पुलिस ने उनसे कहा कि क्योंकि वीडियो व्हाट्सएप पर थे, वे इसके बारे में कुछ नहीं कर सकते थे ।
पटेल बताती हैं, "मेरा दिल डूब गया । मैं प्रत्येक व्यक्ति को यह कैसे समझा सकती हूं कि वीडियो मेरे स्कूल का नहीं था?”
जबकि उन्हें उम्मीद थी कि यह आखरी घटना होगी, लेकिन यह केवल शुरुआत थी ।
उस वीडियो के बाद से, हर बार किसी बच्चे की पिटाई का वीडियो वायरल होता है, पटेल ख़ुद को तैयार करती है । वह बताती हैं, “मेरी पहली प्राथमिकी के बाद, मैंने स्थानीय पुलिस के साथ लगभग दस लिखित शिकायतें दर्ज की हैं । प्रत्येक वीडियो के लिए एक शिकायत । ”
बूम उनके द्वारा दायर सभी एफआईआर तक पहुंचा है ।
गुजरात के शिक्षा विभाग, केंद्र सरकार और राज्य के मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र से भी कोई फ़ायदा नहीं हुआ । वह कहती हैं, “हर एडमिशन के मौसम, मैं समाचार कतरनों, शिकायत प्रतियों, एफआईआर और अधिकारियों को लिखे गए पत्रों से लैस रहती हूं । सभी माता-पिता इन वीडियो के बारे में जानना चाहते हैं और एक उत्तर के रूप में मैं उन्हें दस्तावेज दिखाती हूं । कुछ माता-पिता मुझ पर विश्वास करते हैं, लेकिन अधिकांश ऐसा नहीं करते हैं ।”
बिजल पटेल की बेबसी असली है । बूम ने एक निजी ऑनलाइन शिकायत मंच पर उनके स्कूल के खिलाफ सूचीबद्ध 28 शिकायतें पाई है । सदस्यों ने आरएमवीएम स्कूल शिक्षक की क्रूरता के बारे में पोस्ट किया है ।
यूजर की समीक्षाओं के आधार पर स्कूल की गूगल पर 1.6 रेटिंग है । स्कूल के लगभग सभी 44 समीक्षाओं में कहा गया है कि उन्होंने "आरएमवीएम स्कूल शिक्षक को एक छात्र की पिटाई" करने का वीडियो देखा है ।
पटेल कहती हैं कि पिछले दो सालों से स्कूल में प्रवेश दर लगातार घट रही है । वह कहती हैं, “मैं आपको संख्याएं नहीं दे सकती लेकिन कक्षाएं हर साल खाली हो रहीं हैं । वास्तव में नए शिक्षक इसमें शामिल होने से इनकार करते हैं ।”
आरएमवीएम स्कूल के कर्मचारी इन नकली वीडिओज़ का मतलब नहीं समझ पा रहे हैं ।
“हमारा स्कूल क्यों? वलसाड में बहुत सारे स्कूल हैं, लेकिन केवल हमारा स्कूल ही किसी ऐसी चीज़ का शिकार क्यों है? ” वह पूछती हैं |
वीडियो की उपज
2017 से आज तक, बाल दुर्व्यवहार के कई वीडियो ऑनलाइन हिंदी में एक संदेश के साथ शेयर किए गए हैं, जिसमें लिखा है, “आपकी व्हाट्सएप सूची में कोई भी छूटना नहीं चाहिए, इस वीडियो को हर किसी को भेजें । वह वलसाड में आरएमवीएम स्कूल से शिक्षक हैं । इसे इस हद तक साझा करें कि शिक्षक और स्कूल दोनों बंद हो जाएं । एक वायरल वीडियो घटना की जांच करता है ।”
सोशल मीडिया पर स्कूल के नाम उल्लेख फ़ैक्ट चेकर्स को कमजोर संकेत देते हैं ।
बूम ने उन वीडियो की जांच की जो स्कूल से जुड़े हुए थे और पाया कि एक का पता नहीं लगाया जा सका है । कई वीडियो भारत से नहीं हैं, फिर भी व्हाट्सएप, फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब ग्राफिक वीडियो के साथ तहलका मचा रहे हैं, जो स्कूल को फंसा रहा है ।
मिस्र से आरएमवीएम स्कूल के रूप में शेयर किया गया
एक अनाथालय के मैनेजर द्वारा छोटे बच्चों की पिटाई करने का एक परेशान करने वाला वीडियो आरएमवीएम स्कूल के रूप में शेयर किया गया था, लेकिन बूम ने यह पता लगाया कि यह मिस्र में हुई 2014 की घटना थी ।
सीरिया से वीडियो आरएमवीएम स्कूल के रूप में साझा किया गया
फ्री सीरियन आर्मी के एक समूह द्वारा नौ साल के लड़के का अपहरण और प्रताड़ित करने एक वीडियो गुजरात के आरएमवीएम स्कूल में एक छात्र की पिटाई करते हुए एक शिक्षक के रूप में शेयर किया गया था । यहां पोस्ट देखें और बूम का फ़ैक्ट चेक यहां देखें ।
दिल्ली से वीडियो आरएमवीएम स्कूल के रूप में शेयर किया गया
एक पुलिसकर्मी के बेटे का एक कार्यालय में एक महिला के साथ बेरहमी से मारपीट करने का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें दावा किया गया कि वह आरएमवीएम स्कूल, वलसाड में एक शिक्षक था । यहां पोस्ट देखें और बूम का फ़ैक्ट चेक यहां देखें ।
इस्तांबुल से वीडियो आरएमवीएम स्कूल के रूप में शेयर किया गया
तुर्की के इस्तांबुल से एक महिला का बच्चे के साथ यौन शोषण का वीडियो वायरल हुआ । वीडियो के साथ दावा किया कि महिला गुजरात के आरएमवीएम स्कूल में एक शिक्षक है ।
भारत के कर्नाटक से वीडियो आरएमवीएम स्कूल के रूप में शेयर किया गया
कर्नाटक में अपने 10 साल के बेटे की बेरहमी से पिटाई करने वाले एक शख़्स का दिल दहला देने वाला वीडियो, गुजरात के आरएमवीएम स्कूल का वीडियो बता पर शेयर किया गया । दावा किया गया कि स्कूल का शिक्षक छात्र की पिटाई कर रहा है ।
आरएमवीएम स्कूल बता कर थाईलैंड का वीडियो किया गया शेयर
थाईलैंड के एक शख़्स का वीडियो वायरल हुआ जिसमें वह, उसके पांच साल के बेटे को लात मार रहा है । इस वीडियो को भी गुजरात के आरएमवीएम स्कूल का शिक्षक बताया गया ।
कुत्ते के बच्चे को जिंदा जलाने के वीडियो को आरएमवीएम स्कूल का वीडियो बताया गया
एक शख़्स का कुत्ते के बच्चे को जिंदा जलाने का परेशान करने वाला वीडियो गुजरात के इसी स्कूल के शिक्षक की करतूत बता कर वायरल किया गया ।
छत्तीसगढ़ में एक शख़्स का लड़की के साथ छेड़छाड़ का वीडियो भी इसी रुप में शेयर किया गया
छत्तीसगढ़ में एक पुजारी द्वारा झाड़-फूंक के बहाने एक नाबालिग से छेड़छाड़ का वीडियो ट्विटर पर वायरल हुआ था । वीडियो के साथ दावा किया गया था कि यह आरएमवीएम स्कूल में छात्र की पिटाई करने वाला वही शिक्षक था ।
इलाहाबाद से वीडियो आरएमवीएम स्कूल के रूप में साझा किया गया
इलाहाबाद (अब प्रयागराज) से रुद्रप्रयाग विद्या मंदिर के स्कूल का एक वीडियो वायरल हुआ था । वीडियो में शिक्षक छात्रों की बुरी तरह पिटाई करते नज़र आ रहे हैं । इस वीडियो के साथ भी दावा किया गया कि यह वलसाड के आरएमवीएम स्कूल का वीडियो है । बूम के फ़ैक्ट चेक को पढ़ने के लिए यहां और पोस्ट देखने के लिए यहां क्लिक करें ।