बांग्लादेश का पुराना वीडियो पश्चिम बंगाल से जोड़कर फ़र्ज़ी दावे से वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया वायरल मार्च 2021 में बांग्लादेश के चिटगांव में हुए विरोध प्रदर्शन का है. भारत के पश्चिम बंगाल से इसका कोई सम्बन्ध नहीं है.
Claim
बंगाल में सेना के घायल सैनिक को अस्पताल ले जाते समय गाङी रोक ली, यह हालत है।
FactCheck
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा दावा ग़लत है. वायरल वीडियो बांग्लादेश के चिटगांव से मार्च 2021 का है, भारत के पश्चिम बंगाल से इसका कोई सम्बन्ध नहीं है. बूम इससे पहले अप्रैल 2021 में इस वीडियो को फैक्ट चेक कर चुका है. उस वक्त भी यह पश्चिम बंगाल का बताकर वायरल था. बूम ने पाया कि वीडियो बांग्लादेश के चिटगांव में हथज़री का है, जहां मार्च में बांग्लादेश की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान नरेंद्र मोदी विरोधी प्रदर्शनों के बाद पुलिस और एक इस्लामिक कार्यकर्ता समूह के बीच हुई झड़प में चार लोग मारे गए थे. जिसके बाद विरोध प्रदर्शन बड़े स्तर पर शुरू हो गए थे. हमने पाया कि वीडियो में सेना के वाहन पर वाहन पंजीकरण संख्या बांग्ला में लिखा है और बांग्लादेश आर्मी मेडिकल कोर (एएमसी) के एक जवान को एम्बुलेंस में बैठे देखा जा सकता है. इसके अलावा जवानों के कंधे पर बांग्लादेश आर्मी बैज भी देखा जा सकता है. पूरी स्टोरी नीचे पढ़ें