यूट्यूबर नीतीश राजपूत का वीडियो IPS शैलजाकांत मिश्र के दावे से वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वीडियो में भारतीय राजनीति में आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों की भागीदारी पर विचार रख रहे व्यक्ति आईपीएस शैलजाकांत मिश्र नहीं है.

Claim
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक शख्स राजनीति के अपराधीकरण पर अपने विचारों को रख रहा है. सोशल मीडिया यूजर इसे आईपीएस अधिकारी शैलजाकांत मिश्र के दावे से शेयर कर रहे हैं.
फेसबुक पर वीडियो शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'देश में पहली बार कोई #IPS ऑफिसर ने ऐसी हिम्मत की है, एकदम सत्य ,निष्पक्ष,निडर वक्तव्य कहा है. उन्हें कोटी, कोटी वंदन.'
FactCheck
वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें सितंबर 2020 को यूट्यूब पर अपलोड की गई एक क्लिप मिली जिसमें nitish rajpute का वाटरमार्क लगा हुआ था.
इससे हिंट लेकर हमें यूट्यूब पर nitish rajpute का चैनल मिला जहां 26 जुलाई 2020 को अपलोड किया गया मूल वीडियो मिला. जिसे why criminals win election टाइटल के साथ अपलोड किया गया है.
नीतीश राजपूत के इंस्टाग्राम अकाउंट पर दी गई जानकारी के अनुसार, वह यूट्यूबर और कंटेट क्रिएटर हैं.
इसके अलावा हमें आईपीएस अधिकारी शैलजाकांत मिश्र के बारे में सर्च करने पर पता चला कि वह अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं और लखनऊ पुलिस में कार्यरत नहीं हैं.
अगस्त 2022 में भी यह वीडियो आईपीएस अधिकारी शैलजाकांत मिश्र के दावे से वायरल था, तब भी बूम ने इसका फैक्ट चेक किया था. बूम से बातचीत में नीतीश राजपूत की टीम ने वायरल दावे का खंडन किया था.