फास्ट चेक
उत्तरप्रदेश में हुए सीएए विरोध प्रदर्शन का पुराना वीडियो जहांगीरपुरी हिंसा से जोड़कर वायरल
बूम ने पाया कि वायरल हो रहा वीडियो पुराना है.
Claim
पुलिस का काम है उपद्रवियों को रोकना ना कि भगवा आतंकियों के साथ मिलकर पत्थर चलाना आखिर इन भगवा धारी गुंडों और पुलिस पर कब कार्यवाही होगी क्या गोदी मीडिया को दिल्ली के जहांगीरपुरी में । हुई हिंसा की ये विडीओ नहीं मिली या हमें खुद टैग करके दिखाना होगा
FactCheck
बूम पहले भी इस वीडियो की जांच कर चुका है. तब जांच में यह पाया गया था कि वायरल हो रहा वीडियो साल 2019 में उत्तरप्रदेश के फ़िरोजाबाद में हुए सीएए विरोध प्रदर्शन का है. 20 दिसंबर 2019 को फ़िरोजाबाद में चल रहे सीएए विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस की मौजूदगी में कुछ लोगों ने प्रदर्शनकारियों पर पत्थर बरसाए थे और पुलिस इस दौरान किसी भी तरह की कार्रवाई करने के बजाय आंदोलनकारियों पर ही सख्ती बरत रही थी. इस वीडियो को साल 2020 में दिल्ली में हुए एंटी सीएए प्रोटेस्ट से भी जोड़कर वायरल किया गया था.
Claim : पुलिस का काम है उपद्रवियों को रोकना ना कि भगवा आतंकियों के साथ मिलकर पत्थर चलाना आखिर इन भगवा धारी गुंडों और पुलिस पर कब कार्यवाही होगी क्या गोदी मीडिया को दिल्ली के जहांगीरपुरी में । हुई हिंसा की ये विडीओ नहीं मिली या हमें खुद टैग करके दिखाना होगा
Claimed By : Social Media Users
Fact Check : Misleading