फास्ट चेक
शहीद भगत सिंह को 14 फ़रवरी को नहीं हुई थी फ़ांसी
बूम ने पहले भी इन वायरल दावों को खारिज़ किया है. सोशल मीडिया पर अक्सर वायरल यह दावा गलत है.
Claim
"14 फरवरी 1931 आज ही के दिन इन तीनों महान क्रांतिकारी और देश भक्त स्वाधीनता- संग्राम यों को फाँसी पर लटका दिया गया था !! जरा याद इन्हें भी कर लें जय भारत, जय हिंद"
FactCheck
शहीद भगत सिंह ने दिल्ली की केंद्रीय सभा में 8 अप्रैल 1929 में बम फ़ोड़ा था. उनके साथ बटुकेश्वर दत्त भी थे. इस मामले की सुनवाई 7 मई 1929 में शुरू हुई और दोनों को दोषी पाया गया. सोशल मीडिया पर वायरल दावे कि भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को 14 फ़रवरी 1931 को फ़ांसी हुई थी, फ़र्ज़ी हैं. उन्हें फ़ांसी 23 मार्च 1931 के दिन हुई थी. बूम ने पहले भी इन दावों को खारिज़ किया है. हमनें कई रिपोर्ट्स, पत्राचार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट से पुष्टि की है. यही नहीं, 23 मार्च को तीनों की शहीदी कारण शहीद दिवस भी मनाया जाता है. पूरी रिपोर्ट नीचे पढ़ें.
Claim : 14 फरवरी 1931 आज ही के दिन इन तीनों महान क्रांतिकारी और देश भक्त स्वाधीनता- संग्राम यों को फाँसी पर लटका दिया गया था !!
Claimed By : Facebook posts
Fact Check : False