इमरान खान का मजाक उड़ाता PTI के लेटरहेड वाला फर्जी पत्र फिर से वायरल
बूम ने पाया कि वायरल पत्र फर्जी है. मई 2023 में भी यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.
Claim
पाकिस्तान की तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के लेटरहेड वाला एक फर्जी पत्र सोशल मीडिया पर वायरल (आर्काइव लिंक) है. लेटरहेड के अनुसार पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को जेल में सुरक्षित तरीके से रखे जाने को लेकर पाकिस्तान सरकार से एक करार किया गया था और इसमें संयुक्त राज्य अमेरिका के राजदूत डोनाल्ड ब्लोम ने मध्यस्थ की भूमिका निभाई थी.
सोशल मीडिया यूजर्स पत्र शेयर करते हुए लिख रहे हैं कि मध्यस्थता समझौते में एक शर्त यह भी लिखवाई गई थी कि इमरान खान का हिरासत के दौरान रेप न किया जाये क्योंकि उन्हें बवासीर है.
FactCheck
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल पत्र फर्जी है. इससे पहले भी यह पत्र सोशल मीडिया पर इसी दावे से वायरल हुआ था, तब बूम ने इसका फैक्ट चेक किया था. बूम ने वायरल लेटरहेड का मिलान पीटीआई की वेबसाइट पर मौजूद अन्य लेटरहेड से किया तो पाया कि इसमें कई गड़बड़ियां थीं. जैसे कि लेटरहेड में लिखे रेफरेंस नंबर का फॉर्मेट अलग-अलग है. वायरल पत्र में पाकिस्तान के आंतरिक सचिव के रूप में युसूफ नसीम खोखर के हस्ताक्षर हैं और 8 मई 2023 की तारीख दर्ज है, जबकि वे 7 मार्च 2023 को ही इस पद से सेवानिवृत हो चुके थे.
इसके अलावा मई 2023 में पाकिस्तानी न्यूज आउटलेट जियो टीवी ने भी इस वायरल लेटरहेड की पड़ताल की थी. रिपोर्ट में नाम न छापने की शर्त पर पाकिस्तानी अधिकारी के हवाले से बताया गया कि “ऐसा कोई करार नहीं हुआ है”. तब बूम जियो फैक्ट चेक के एडिटर बेनजीर शाह से भी संपर्क किया था. उन्होंने बताया था, “मेरी टीम ने पाकिस्तान के आतंरिक मंत्रालय से जुड़े एक व्यक्ति और अमेरिकी दूतावास से संपर्क किया था. दोनों ने इस लेटरहेड को फर्जी बताया है”. पूरी रिपोर्ट नीचे पढ़ें -