रीवा में पुलिस द्वारा पुजारी की पिटाई की तस्वीर सांप्रदायिक दावे से फिर वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर 5 वर्ष पुरानी है. रीवा के सिविल लाइन थाने के तत्कालीन टीआई राजकुमार मिश्रा ने लॉकडाउन के नियमों की अनदेखी करने पर मंदिर के पुजारी की पिटाई कर दी थी.

Claim
सोशल मीडिया पर समुदाय विशेष से संबंधित पुलिसकर्मी द्वारा रामनवमी पर मध्य प्रदेश के रीवा में मंदिर के पुजारी के साथ मारपीट करने के दावे से फोटो वायरल है. तस्वीर में एक व्यक्ति पर बल प्रयोग करते पुलिसकर्मी को देखा जा सकता है. फेसबुक यूजर्स के मुताबिक पिटाई करते पुलिस अधिकारी रीवा एसपी आबिद खान हैं. आर्काइव लिंक
FactCheck
वायरल तस्वीर की जांच के लिए हमने तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया. सर्च के दौरान हमें घटना से संबंधित दैनिक भास्कर की 5 वर्ष पुरानी मीडिया रिपोर्ट मिली.
रिपोर्ट के अनुसार, 1 अप्रैल 2020 को कोविड-19 के दौरान लॉकडाउन में रीवा के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के ढेकहा मोहल्ले में स्थित देवी मंदिर में पुजारी लोगों को इकट्ठा कर पूजा-पाठ कर रहे थे. सूचना मिलने पर मंदिर परिसर में पहुंची पुलिस ने लोगों को भगा दिया. इसके बाद सिविल लाइन थाना प्रभारी राजकुमार मिश्रा ने पुजारी की उन्हीं के डंडे से पिटाई कर दी.
अपनी जांच में हमें घटना के संबंध में मध्य प्रदेश सरकार के जनसंपर्क विभाग द्वारा एक्स पर किया गया ट्वीट भी मिला. इसमें बताया गया है कि पुजारी पर बल प्रयोग करने वाले पुलिस अधिकारी एसपी आबिद खान नहीं बल्कि टीआई राजकुमार मिश्रा है.
मध्य प्रदेश सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, रीवा के वर्तमान पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह हैं.
यह तस्वीर अप्रैल 2020 में घटना के बाद इसी सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल थी, तब भी बूम ने इसका फैक्ट चेक किया था.
उस दौरान बूम ने तत्कालीन एसपी आबिद खान से बात भी की थी. उन्होंने भी इस सांप्रदायिक दावे का खंडन किया था. पूरी रिपोर्ट नीचे पढ़ें -