'लव जिहाद' के फ़र्ज़ी दावे से वायरल ये वीडियो स्क्रिप्टेड है
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो स्क्रिप्टेड है और बांग्लादेश के चांदपुर ज़िले में कंटेंट क्रिएटर्स द्वारा अप्रैल 2023 में शूट किया गया है.
Claim
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो जिसमें कुछ लोग एक महिला को ऑटो से निकालकर कार में बिठाकर भाग जाते हैं. कुछ लोग इसमें उनकी मदद करते हुए नज़र आते हैं. इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा कि यह लव जिहाद का मामला है जहाँ एक हिन्दू युवती को मुस्लिम युवक अपने साथियों की मदद से भगा ले गया.
FactCheck
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो स्क्रिप्टेड है, जिसे बांग्लादेश के कंटेंट क्रिएटर्स द्वारा बनाया गया है. बूम इससे पहले भी इस वीडियो को जुलाई 2023 में फैक्ट चेक कर चुका है. उस वक्त भी यह 'लव जिहाद' के सांप्रदायिक दावे से वायरल था. बूम ने पड़ताल के दौरान देखा कि वायरल वीडियो में इस्तेमाल की गयी कार पर 'ढाका मेट्रो' और ऑटो रिक्शा पर कांटेक्ट नंबर लिखा हुआ है. इससे मदद लेते हुए हमारी बूम बांग्लादेश टीम ने ऑटो रिक्शा चालक से संपर्क किया. रिक्शा चालक मोहम्मद सोहाग ने वीडियो की पुष्टि करते हुए बताया कि कुछ महीने पहले बांग्लादेश के चांदपुर ज़िले के उनके पैतृक गांव नोआगांव में इसे शूट किया गया था. सोहाग ने बूम को बताया कि "वीडियो में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है और यह एक स्क्रिप्ट्रेड घटना का वीडियो है, दोनों एक ही समुदाय के हैं." सोहाग ने आगे बताया कि "मेरे पड़ोसी मोहम्मद ज़ाहिद ने कुछ महीने पहले इस वीडियो को शूट करने के लिए मेरा ऑटो लिया था. वीडियो में मुझे ऑटो रिक्शा चलाते हुए देखा जा सकता है. ऑटो रिक्शा से कार में बैठी महिला का नाम सुमैया अख्तर है." संयोग से, सुमैया असल ज़िंदगी में ज़ाहिद की पत्नी हैं और वे दोनों मुस्लिम समुदाय से हैं. पूरी स्टोरी नीचे पढ़ें