क्या बांग्लादेश हिंसा में इस्कॉन के इस पुजारी की हत्या हो गई थी?
बूम ने पाया कि ये दावा ग़लत है, वायरल तस्वीर कोलकाता के मायापुर के इस्कॉन मंदिर की है और निताई दास अभी जीवित हैं
Claim
साँप को दूध पिलाना कहावत सुनी होगी आपने अब हकीकत देख लीजिये, ये हैें इस्कान मंदिर के स्वामी निताई दास रमजान में रोजा इफ्तारी करवाते हुए.....बांग्लादेश में कल इनकी भी हत्या कर दी गई
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सोशल मीडिया पर एक तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पिछले दिनों बांग्लादेश में हुई साम्प्रदायिक हिंसा में इस्कॉन मंदिर के एक पुजारी निताई दास की हत्या कर दी गई है. बूम पहले भी वायरल तस्वीर को फ़ैक्ट-चेक कर चुका है और पाया कि वायरल दावा ग़लत है. ये तस्वीर बांग्लादेश की नहीं बल्कि कोलकाता के मायापुर स्थित इस्कॉन मंदिर की है. खबरों के मुताबिक़ 2016 में इस्कॉन के 50 साल पूरा होने पर मायापुर के इस्कॉन मंदिर में रमज़ान के महीने में मुस्लिमों के लिये इफ़्तार दावत का इंतज़ाम किया गया था. बूम ने पाया कि तस्वीर में दिख रहे शख़्स निताई दास अभी जीवित हैं, उनका असली नाम Ivan Antic है जो क्रोएशिया स्थित अपने घर में सकुशल हैं.