हैदराबाद के तालाबंद कब्र की तस्वीर फर्जी दावे के साथ फिर से वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया कि कब्र में ताला इसलिए लगाया गया था, ताकि कोई दूसरे शव को दफन न कर पाए.
Claim
सोशल मीडिया पर तालाबंद कब्र की एक पुरानी तस्वीर वायरल (आर्काइव लिंक) है जिसे यूजर हैदराबाद का बता रहे हैं. सोशल मीडिया पर एक यूजर ने इस कब्र की तस्वीर को पोस्ट करते हुए लिखा, 'हैदराबाद कब्रिस्तान की फोटो है, जिसकी कब्र है वह एक लड़की थी, अब सोचिए रानी पद्मिनी ने क्यों जौहर किया था?'
FactCheck
यह तस्वीर 2023 में भी वायरल हुई थी. तब सोशल मीडिया यूजर दावा कर रहे थे कि पाकिस्तान में माता-पिता अपनी मृत बेटियों की कब्रों पर ताला लगा रहे हैं ताकि उन्हें खोदकर बलात्कार करने से रोका जा सके. बूम इस वायरल तस्वीर का फैक्ट चेक 2023 में भी कर चुका है. हमने अपने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल तस्वीर हैदराबाद के मस्जिद-ए-सालार मुल्क कब्रिस्तान की है, लेकिन तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा गलत है. बूम ने उस वक्त वायरल दावे के संबंध में वहां के निवासी और कब्रिस्तान के देखरेख करने वाले से बातचीत की थी. उस वक्त उन्होंने बूम को बताया था, "कब्र के ऊपर ग्रिल इसलिए लगाई गई है ताकि कोई उसके ऊपर दोबारा शव दफन न कर सकें. मरने वाले के परिवार वालों ने इस जगह के दोबारा इस्तेमाल न होने के लिए उसके ऊपर ग्रिल लगा दी है." इसके अलावा उसी वक्त AIMIM नेता वारिस पठान ने भी एक्स पर एक वीडियो शेयर कर वायरल कब्र की सच्चाई बताई थी. पूरा फैक्ट चेक नीचे पढ़ें.