कोविड-19 से जोड़कर दिल्ली के हत्यारे डॉक्टर की फ़र्ज़ी कहानी फ़िर वायरल
डॉक्टर को 1994-2004 के बीच किए गुनाहों के लिए सजा हो चुकी है. उसका कोविड-19 से कोई सम्बन्ध नहीं है.
Claim
"स्वस्थ आदमी को कोरोना पेशेंट बता कर अब तक 125 लोगो का किडनी निकाल कर हत्या करने वाला डॉ देवेन्द्र शर्मा गिरफ्तार ऐसे ना जाने कितने डॉ हमारे आपके बीच में है जिससे हमलोगो को सतर्क रहना होगा और अपने लोगो का ख्याल रखना होगा किसी भी स्वस्थ इन्शान की कोरोना से मौत होती है तो डॉ द्वरा लपेटे हुवे बॉडी को चैक जरूर करे"
FactCheck
बूम ने पाया कि वायरल हो रहे दावे फ़र्ज़ी हैं. हमने कई न्यूज़ रिपोर्ट्स के हवाले से जाना कि आयुर्वेद प्रैक्टिशनर देवेंदर शर्मा का अंग तस्करी का मामला सालों पुराना है. इसका कोविड-19 महामारी से सम्बन्ध नहीं है. इस बात की पुष्टि करने के लिए हमनें दिल्ली पुलिस से भी संपर्क किया था. हमें मालूम हुआ कि शर्मा 2020 में पैरोल पर बहार आया था पर पैरोल जम्प कर भाग गया. दिल्ली पुलिस के DCP राकेश पवेरिया (क्राइम ब्रांच), जिन्होंने शर्मा की गिरफ्तारी का नेतृत्व किया था, बूम को बताते हैं की शर्मा का किडनी रैकेट दशकों पुरानी बात है. "यह किडनी रैकेट बहुत पहले हुआ था और उसे 2004 में इसके लिए गिरफ्तार कर लिया गया था," उन्होंने कहा. जब उनसे पूछा गया की परोल पर छूटने के बाद उसपर [शर्मा पर] कोई मर्डर चार्जेज हैं, तो उन्होंने कहा, "ऐसा कुछ नहीं है." पूरी रिपोर्ट नीचे पढ़ें.