फास्ट चेक
नहीं, पुलिसकर्मी की पिटाई करता शख़्स बीजेपी विधायक अनिल उपाध्याय नहीं है
बूम पहले भी इस वायरल वीडियो के साथ किये गए दावे का फ़ैक्ट चेक कर चुका है.
Claim
"अनिल उपाध्याय जी बीजेपी के विधायक है अब बताइए इन लोगों से जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं हैं तो आम जनता कैसे सुरक्षित होगी..! "
FactCheck
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा ग़लत है. वीडियो असल में साल 2018 का है और पुलिसकर्मी के साथ मारपीट करते दिखाई देने वाला शख़्स बीजेपी बिधायक अनिल उपाध्याय नहीं बल्कि मेरठ के बीजेपी पार्षद मनीष चौधरी है. यह घटना बीजेपी पार्षद के रेस्टोरेंट में घटित हुई थी. बूम पहले भी इस वीडियो का फ़ैक्ट चेक कर चुका जब इसे कांग्रेस विधायक अनिल उपाध्याय के रूप में शेयर किया गया था. पूरी रिपोर्ट नीचे पढ़ें.
Claim : अनिल उपाध्याय जी बीजेपी के विधायक है अब बताइए इन लोगों से जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं हैं तो आम जनता कैसे सुरक्षित होगी..!
Claimed By : Facebook, Twitter Users
Fact Check : False