दिल्ली के सरकारी स्कूल में कलमा पढ़ने के दावे से वायरल वीडियो फेक है
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो गाज़ियाबाद के एक सरकारी स्कूल का है, जहां केयरटेकर द्वारा एक निजी कार्यक्रम आयोजित किया गया था.
Claim
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि यह दिल्ली के विजय नगर का प्राइमरी स्कूल है, जहां केजरीवाल सरकार ने कलमा पढ़ने की इजाज़त दी हुई है. केजरीवाल सरकार दिल्ली के स्कूलों को मदरसे में तब्दील कर देना चाहती है.
FactCheck
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि केजरीवाल सरकार दिल्ली के स्कूलों को मदरसे में बदल देना चाहती है. बूम की व्हाट्सएप हेल्पलाइन पर यह वीडियो आया. बूम इससे पहले भी इस पर फैक्ट चेक कर चुका है. इससे पहले नवंबर 2022, अप्रैल 2022 और मई, 2023 में भी ऐसे ही मिलते-जुलते दावों के साथ इसे सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा था. खासकर दक्षिणपंथी यूजर्स ने केजरीवाल सरकार को निशाना बनाते हुए इसे शेयर किया था. हमने वीडियो को ध्यान से देखा तो 3:44 के टाइमस्टैंप पर हमें स्कूल का नाम और उसकी लोकेशन 'प्राइमरी स्कूल मिर्जापुर यूपी' मिली. और सर्च करने पर पता चला कि यह स्कूल गाज़ियाबाद, उत्तर प्रदेश का है. इसके बाद बूम ने उस समय गाज़ियाबाद पुलिस से संपर्क किया था तो पता चला था कि वीडियो उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद के विजयनगर में स्थित एक प्राइमरी स्कूल का है. जहां स्कूल के केयरटेकर ने एक निजी कार्यक्रम आयोजित किया था. बूम को पुलिस अधिकारी योगेंद्र मलिक ने बताया था कि "यह घटना 21 नवंबर 2021 की है. वहां दोनों समुदायों के लोग मौके पर मौजूद थे, कुछ लोगों को मौके से ले जाया गया और फिर बाद में छोड़ दिया गया. हमें अपनी तरफ से वहां कुछ भी गैरकानूनी नहीं मिला."