क्या रुबिका लियाकत ने कहा मंदिर में रमज़ान तो होती है पर मस्जिद में नवरात्री नहीं? फ़ैक्ट चेक
ऐ.बी.पि. न्यूज़ एंकर रुबिका लियाकत ने अपने ऑफ़िशियल ट्विटर हैंडल से इस बयान का खंडन करते हुए इसे फ़र्ज़ी करार दिया
ए.बी.पी न्यूज़ एंकर रुबिका लियाकत को टारगेट करता एक फ़ेक पोस्ट ट्विटर और फ़ेसबुक पर वायरल हो रहा है | रुबिका लियाकतहैं | इस पोस्ट में रुबिका की फ़ोटो के साथ एक क्वोट है जिसमें ऊपर की ओर लिखा है "मंदिर में इफ्तार पर बोलीं दबंग मुस्लिम पत्रकार" और वहीं रुबिका का एक क्वोट लिखा है | वह क्वोट कुछ यूँ पढ़ा जा सकता है: "मंदिर में रमजान, इफ़्तार और नमाज़ का आयोजन तो हमेशा होता है | लेकिन मुसलमानों ने आज तक एक भी मज़्ज़िद में नवरात्री पूजा का आयोजन नहीं किया | मुझे शर्म आती है, क्या यह सेक्युलरिज़्म का ठेका सिर्फ़ हिन्दू भाइयों ने ले रखा है?" आपको बता दें की यह क्वोट फ़र्ज़ी है |
तेजस राजपूत नामक ट्विटर यूज़र ने यह मीम शेयर किया है और कैप्शन में लिखा है: "बिलकुल सही बोला @RubikaLiyaquat ताली कभी एक हाथ से नहीं बजती दोनो हाथ मीले तो बात बने ….@narendramodi @AmitShah @ndtv @aajtak @SwetaSinghAT @abpnewstv "
आप पोस्ट का आर्काइव्ड वर्शन यहाँ देख सकते हैं |
यह क्वोट फ़ेसबुक और ट्विटर पर वायरल है |
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने जब इस तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च पर डाला तो देखा की रुबिका की इसी तरह की फ़ोटो पहले भी कई तरह से इस्तमाल की जा चुकी है | समान फ़ोटो को अलग अलग मीम में जोड़कर वायरल किया गया है | ऐसी ही कुछ फ़ोटोज़ आप नीचे देख सकते हैं |
जब इस दावे की सच्चाई जानने के लिए ट्विटर पर रुबिका का अकाउंट देखा तो उन्होंने इस बात का खंडन किया था | उन्होंने ट्वीट किया था: मैंने ऐसा कभी कुछ नहीं कहा । मेरी तस्वीर के साथ लिखी एसी कोई बात मैनें कही ही नहीं । जितना फ़ख़्र मुझे हिंदूओं पर है उतना ही फ़ख़्र मुसलमानों पर । मुझे गंगा जमनी तहज़ीब पर फ़ख़्र है ।"
बूम ने यह भी पाया की ट्विटर पर यह मीम कई लोगो द्वारा शेयर किये गए हैं | कोई इस स्टेटमेंट की बड़ाई कर रहा है तो कोई रुबिका से सफ़ाई मांग रहा है, वहीं कोई रुबिका से इस स्टेटमेंट की सच्चाई पूछ रहा है | नीचे ऐसे ही कुछ ट्वीट्स आप देख सकते हैं और इस पेज का आर्काइव्ड वर्शन यहाँ देख सकते हैं |