चेन्नई में जब्त मांस की तस्वीर झूठे दावों के साथ वायरल
बूम ने मोतिहारी के सहायक पुलिस अधीक्षक से बात की जिन्होंने इस बात की पुष्टि की कि यह घटना मोतिहारी की नहीं है
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसके साथ दावा किया जा रहा है की मोतिहारी बिहार में 500 किलो कुत्ते का मांस बरामद हुआ है | तस्वीर पर लिखा गया है: "मोतिहारी रेलवे स्टेशन पर कल 500 किलो (कुत्ते का मास पकडा गया) जो जयसवाल, बच्चन, और मोतिहारी की होटल मे सप्ल्य किया जा रहा था।" (Sic)
आपको बता दें की यह दावा फ़र्ज़ी है |
बूम ने ऐसे कई प्रमाण पाए जिससे यह पता चलता है की ऐसी कोई घटना मोतिहारी में नहीं हुई थी |
फ़ेसबुक पोस्ट नीचे देखें और इसका आर्काइव्ड वर्शन यहाँ देखें | फ़ेसबुक पर 'मुज़फ़्फ़रपुर आज तक' नामक एक पेज ने समान दावों के साथ यही तस्वीर शेयर की है |
यह पोस्ट में देखा जा सकता है की अधिकारियों का एक समूह मरे हुए जानवरों का मुआयना कर रहा है | यह रेलवे स्टेशन पर हो रहा है | एक शख़्स ने हाथ में मरे हुए जानवर के शरीर को पकड़ा हुआ है जिससे देखकर अंदाजा नहीं लगाया जा सकता की जानवर किस प्रजाति का है |
सोशल मीडिया पर पहले यही तस्वीर इन दावों के साथ वायरल हुई थी की: "आज नाशिक रोड पर 500 किलो कुत्ते का मांस पकड़ा गया..." | पुरानी पोस्ट नीचे देखें |
फ़ैक्ट चेक
बूम ने तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च पर डाला और पाया की घटना साल भर पुरानी है जो बिहार के मोतिहारी में नहीं बल्क़ि चेन्नई के एग्मोर रेलवे स्टेशन पर हुई थी | खोज के दौरान हमें द न्यूज़ मिनट के दो लेख मिले जो इस घटना के बाद प्रकाशित हुए थे | यह मांस मन्नारगुडी-भगत की कोठी वीकली एक्सप्रेस से उतरे सामान में मिला था | वायरल तस्वीर के अलावा एक और तस्वीर प्रकाशित कि गयी है जिसमें 'चेन्नई एग्मोर' नाम देखा जा सकता है | हालांकि पहले इस बात का भ्रम था कि यह मांस कुत्तों का हो सकता है परन्तु बाद में अधिकारीयों ने इस बात कि पुष्टि की कि मांस बकरे या भेंड़ों का था |
द न्यूज़ मिनट के मुताबिक, जब एग्मोर रेलवे स्टेशन पर करीब 2,100 किलो सड़ता हुआ मांस बरामद हुआ तब लोगों में भ्रम था की यह कुत्ते का मांस था परन्तु इस घटना के पांच दिन बाद खाद्य सुरक्षा अधिकारीयों ने पुष्टि की थी की यह बकरे या भेंड़ का मांस था | अधिकारियों ने इस बात कि चिंता भी जताई थी कि यह बिना किसी बूचड़खाने के चिन्ह के साथ आया था | इसका मतलब यह था कि मांस गैरकानूनी तरीकों से सप्लाई किया जा रहा था जिससे निपटना उनकी प्राथमिकता थी |
बूम ने मोतिहारी के सहायक पुलिस अधीक्षक से भी बात की जिन्होंने इस बात की पुष्टि की कि यह घटना मोतिहारी कि नहीं है |
मुख्य धारा के मीडिया संस्थानों ने भी इस घटना के बाद न्यूज़ प्रकाशित कि थी | आप नीचे देख सकते हैं |