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फैक्ट चेक

यह कट्टरपंथी इस्लामी ट्रेनिंग का वीडियो वास्तविक नहीं, फ़िल्मी दृश्य है

बूम ने पाया कि वायरल वीडियो, फिल्म अभिनेता सनी देओल की फिल्म ब्लैंक का है जो 2019 में रिलीज़ हुई थी।

By - SK Badiruddin |
Published -  13 March 2020 6:40 PM IST
  • यह कट्टरपंथी इस्लामी ट्रेनिंग का वीडियो वास्तविक नहीं, फ़िल्मी दृश्य है

    2019 में रिलीज हुई फिल्म 'ब्लैंक' का एक दृश्य है, जिसमें एक मुस्लिम धर्मगुरु युवा लड़कों को हथियार उठाने का आग्रह करते हुए भाषण देता हुआ दिखाई दे रहा है। फिल्म की इस क्लिप को कट्टरपंथी इस्लामी ट्रेनिंग का सबूत बताते हुए फैलाया जा रहा है।

    दृश्य में एक मदरसा देखा जा सकता है, जहाँ मौलवी एक काल्पनिक घटना बताता है और नौजवानों को अपने जीवन का बलिदान देने की बात कहता है ताकि वह जन्नत जा सकें। बाद में वह लड़के एक साथ सहमति जताते हैं और देशद्रोहियों को मारने का वचन देते हैं। (जैसा फिल्म में दिखाया गया है)

    यह भी पढ़ें: क्या स्कूल में मुस्लिम लड़कियों को हिंदुत्व पर इस्लाम की श्रेष्ठता सिखाई जा रही है।

    वीडियो को ट्विटर इन्फ्लूअन्सर मधु पूर्णिमा किश्वर ने शेयर किया है। बूम ने पहले भी कई बार किश्वर द्वारा शेयर की गई ग़लत जानकारी का फ़ैक्टचेक किया है। (यहां और यहां पढ़ें)।

    किश्वर ने दावा किया कि वीडियो कश्मीर में नाबालिगों को दिए जाने वाले कट्टरपंथी प्रशिक्षण का सबूत है।

    बूम ने पाया कि वायरल वीडियो एक बॉलीवुड फिल्म ब्लैंक का हिस्सा है, जो 2019 में रिलीज़ हुई थी। फिल्म में अभिनेता और भारतीय जनता पार्टी के नेता सनी देओल मुख्य भूमिका में थे।

    किश्वर ने क्लिप को एक कैप्शन के साथ शेयर किया है, जिसमें लिखा है, "देखिए इस वीडियो को और तुलना कीजिए इन बच्चों की अपने बच्चों से। कैसी ट्रेनिंग इन्हें अभी से मिल रही है। उसके बाद हमारे बच्चे कितनी देर इनके आगे टिक पाएँगे? हमारी नाक के नीचे हो रहा है ये। अगर अभी सतर्कता नहीं बरती तो जो कश्मीर में हुआ वो यहाँ भी ज्यादा से ज्यादा ३० साल ही दूर है।"

    यह भी पढ़ें: फ़र्ज़ी अख़बार क्लिप का दावा: कॉलेज में केजरीवाल पर लगा था बलात्कार का आरोप

    अर्काइव लिंक के लिए यहां देखें। इस लेख के लिखे जाने तक ट्वीट को 36 हजार से अधिक बार देखा गया है।

    देखिए इस वीडियो को और तुलना कीजिए इन बच्चों की अपने बच्चों से। कैसी ट्रेनिंग इन्हें अभी से मिल रही है। उसके बाद हमारे बच्चे कितनी देर इनके आगे टिक पाएँगे? हमारी नाक के नीचे हो रहा है ये।अगर अभी सतर्कता नहीं बरती तो जो कश्मीर में हुआ वो यहाँ भी ज्यादा से ज्यादा ३० साल ही दूर है। pic.twitter.com/8KXxG1S9uW

    — MadhuPurnima Kishwar (@madhukishwar) March 11, 2020

    यह दृश्य फेसबुक पर भी इसी कहानी के साथ वायरल है।

    फेसबुक पर वायरल


    फ़ैक्टचेक

    बूम ने रिवर्स इमेज सर्च चलाया और पाया कि यह क्लिप पहले भी वायरल हुआ था।

    कीवर्ड खोज के बाद हमने पाया कि वीडियो क्लिप ब्लैंक का हिस्सा है, जो बॉलीवुड फिल्म है, जिसका निर्देशन बेहजाद खंबाटा ने किया है और इसमें सनी देओल और करण कपाड़िया ने अभिनय किया है।

    यूट्यब पर ब्लैंक के ट्रेलर में मौलवी के इसी शॉट को देखा जा सकता है।



    यह दृश्य फिल्म में 24 मिनट 09 सेकंड के बाद से देखा जा सकता है।




    Tags

    Madhu KishwarKashmirBlankSunny DeolMovie clipFake News
    Read Full Article
    Claim :   वीडियो दर्शाता है की कश्मीर में बच्चों को कट्टरपंथी इस्लामिक ट्रेनिंग दी जा रही है
    Claimed By :  Madhu Kishwar
    Fact Check :  False
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