आज़ाद भारत की पहली इफ़्तार पार्टी के दावे के साथ ग़लत तस्वीर वायरल
बूम ने पाया वायरल तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा ग़लत है.
अप्रैल के महीने में हर धर्म के त्यौहार चल रहे हैं. हिंदुओं ने नववर्ष, रामनवमी, जैन समुदाय ने महावीर जयंती मनाई और मुस्लिम धर्म का पवित्र महीना रमज़ान भी शुरू हो चुका है. इन त्यौहारों से संबंधित तमाम तरह के दावे-सूचनाएं सोशल मीडिया पर तैर रही हैं. ऐसा ही एक दावा इफ़्तार को लेकर किया जा रहा है.
एक पुरानी तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि यह आज़ाद भारत की पहली इफ़्तार पार्टी की तस्वीर है, जिसे भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ने दी थी. तस्वीर में जवाहर लाल नेहरू, भीमराव अंबेडकर, राजेन्द्र प्रसाद, सी. राजगोपालचारी सहित स्वतंत्रता प्राप्ति के समय के अनेक राजनेता एक खाने की मेज़ के चारों और बैठे हैं.
बूम ने पाया कि ये दावत सरदार वल्लभ भाई पटेल द्वारा दी गई थी और ये इफ़्तार नहीं थी.
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फ़ेसबुक पर एक यूज़र Feroz Khan Corporator AIMIM ने तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, जिसका हिन्दी अनुवाद है,'आजाद भारत की पहली इफ्तार पार्टी'
फ़ेसबुक पर इस तस्वीर को इसी दावे के साथ अनेक लोगों ने शेयर किया है.
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ट्विटर पर Shahab Zuberi नामक वेरिफाइड अकाउंट से भी ये तस्वीर एक कैप्शन के साथ शेयर की गई जिसका हिन्दी अनुवाद है,'1947 में स्वतंत्र भारत की पहली इफ्तार पार्टी की मेजबानी भारतीय शिक्षा मंत्री मोलाना अब्दुल कलाम आज़ाद ने की, जिसमें भारत के तत्कालीन प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरू ने भाग लिया।'
(English: First iftar party of independent India in 1947 hosted by Indian education Minster Molana Abdul Kalam Azad attended by then Prime Minster of india Jawhar Lal nehru )
ट्विटर पर इसी दावे के साथ यह तस्वीर कई लोगों ने ट्वीट की है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने जब वायरल तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च किया तो Dr. B R Ambedkar नामक फ़ेसबुक पेज पर यह तस्वीर मिली जिसे 27 अक्टूबर 2020 को पोस्ट किया गया है. तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा, जिसका हिन्दी अनुवाद है,'सी. राजगोपालाचारी के भारत के गवर्नर जनरल के रूप में नियुक्ति के अवसर पर रात्रिभोज के दौरान। (जून, 1948)' [During dinner on the occasion of C. RajaGopalachari's appointment as India's Governor General. (June, 1948)]
इसकी मदद से हमने आगे और सर्च किया तो spentamultimedia नामक एक वेबसाईट पर यह तस्वीर मिली, जिस पर नीचे के हिस्से में स्पष्ट रूप से लिखा है कि सी. राजगोपालाचारी गवर्नर जनरल ऑफ़ इंडिया के सम्मान में उप-प्रधानमंत्री वल्लभ भाई पटेल की मेजबानी में कानून मंत्री डॉ. भीमराव अंबेडकर, प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और कैबिनेट के अन्य सहकर्मी मिले. (जून 1948)
उपरोक्त जानकारी के अनुसार बूम ने सी. राजगोपालाचारी के बारे में इंटरनेट पर खोजा तो मिला कि उन्हें जून 1948 में लॉर्ड माउंटबेटन की जगह भारत का गवर्नर जनरल बनाया गया था. उपरोक्त तस्वीरों पर भी जून 1948 की दिनांक अंकित है. सी. राजगोपालाचारी स्वतंत्र भारत के पहले और आखिरी गवर्नर जनरल बने और 26 जनवरी 1950 तक वह इस पद पर रहे.
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