नहीं, यह वीडियो तमिलनाडु से बिहार के प्रवासी मजदूरों का पलायन नहीं दिखाता
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो बिहार और झारखंड के बीच चलने वाली ट्रेन "पलामू एक्सप्रेस" का है.
सोशल मीडिया पर बिहार के प्रवासी मजदूरों को तमिलनाडु से बड़े पैमाने पर पलायन करते हुए दिखाने के दावे से एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में यात्रियों को खचाखच भरी ट्रेन के दरवाजों और खिड़कियों से चिपके हुए दिखाया गया है.
हालांकि, बूम की जांच में सामने आया कि वीडियो पुराना है और वीडियो में नज़र आ रही ट्रेन ‘पलामू एक्सप्रेस’ है जो बिहार के पटना से झारखण्ड के बरकाकाना के बीच चलती है.
बीते दिनों में कई असंबंधित वीडियो को तमिलनाडु में हिंदी भाषी और बिहार के प्रवासी मजदूरों पर हमले दिखाने के दावे से शेयर किये गए हैं. बूम ने ऐसे कई वायरल दावों का खंडन किया है जिन्हें यहां देखा जा सकता है.
तमिलनाडु और बिहार पुलिस ने ऐसे असंबंधित वीडियो और तस्वीरें शेयर करके भ्रामक दावे के साथ उन्माद फ़ैलाने वाले लोगों की पहचान कर उनके ख़िलाफ़ कार्यवाई करना शुरू कर दिया है.
तमिलनाडु पुलिस ने हिंसा को बढ़ावा देने और वैमनस्य फ़ैलाने के लिए राज्य के बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई, ऑप इंडिया सीईओ राहुल रौशन और एडिटर नूपुर शर्मा पर ‘फ़ेक न्यूज़ फ़ैलाने’ और दैनिक भास्कर के एडिटर के ख़िलाफ़ वैमनस्य और लोगों में डर फ़ैलाने का मामला दर्ज किया है .
वहीं, बिहार पुलिस ने यूट्यूब चैनल ‘सच तक’ के मनीष कश्यप सहित कई सोशल मीडिया यूज़र्स के ख़िलाफ़ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है. इस मामले में एक आरोपी को गिरफ़्तार भी किया जा चुका है.
एक फ़ेसबुक यूज़र ने वीडियो पोस्ट करते हुए कैप्शन दिया "तमिलनाडु से बिहार", जिसका अर्थ है कि यह बिहारी प्रवासियों को तमिलनाडु छोड़ते हुए दिखाता है.
पोस्ट यहां देखें.
तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों पर हमला दिखाने वाला यह वीडियो स्क्रिप्टेड है
फ़ैक्ट चेक
वायरल वीडियो के साथ किए जा रहे दावे की सत्यता जांचने के लिए बूम ने वीडियो को ध्यान से देखा. इस दौरान हमने ट्रेन की एक बोगी पर एक बोर्ड देखा, जिस पर ट्रेन का नाम "पलामू एक्सप्रेस" लिखा हुआ था.
इसी से हिंट लेकर हमने ट्रेन का नाम गूगल पर सर्च किया और पाया कि भारतीय रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक़, यह ट्रेन बिहार के पटना जंक्शन और झारखंड के बरकाकाना जंक्शन के बीच चलती है.
इसके अलावा एक अन्य बोगी पर एक और बोर्ड लगा हुआ नजर आया, जिस पर "..- पटना-सिंगरौली" लिखा हुआ था. सिंगरौली मध्यप्रदेश का एक ज़िला है.
यह ट्रेन चोपन-गढ़वा होते हुए पटना से सिंगरौली के बीच चलती थी और गढ़वा रोड स्टेशन में पलामू एक्सप्रेस से जुड़ जाती थी. अक्टूबर 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक़, दोनों ट्रेनों को अब स्वतंत्र रूप से चलाया जा रहा है.
चूंकि, 'पलामू एक्सप्रेस' बिहार और झारखंड के बीच चलती है, इसलिए यह स्पष्ट हो जाता है कि वायरल वीडियो में तमिलनाडु से बिहार के प्रवासी मजदूरों के पलायन को दिखाने का दावा फ़र्ज़ी है.
हमने अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए संबंधित कीवर्ड की मदद से वीडियो को खोजना शुरू किया तो @ravirstkd नाम के यूट्यूब चैनल पर 14 नवंबर 2022 को यूट्यूब शॉर्ट्स के रूप में अपलोड हुआ मिला.
वीडियो के टाइटल में बताया गया है कि ट्रेन 13348 पलामू एक्सप्रेस है.
हमें यही वीडियो 16 नवंबर 2022 को Indian Galaxy Railway नाम के एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड मिला.
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