महाराष्ट्र के लाठीचार्ज का वीडियो हल्द्वानी का बताकर वायरल
बूम ने पाया कि यह हल्द्वानी का नहीं बल्कि महाराष्ट्र, घाटकोपर का वीडियो है, जब धार्मिक उपदेशक मौलाना मुफ्ती सलमान की गिरफ्तारी के विरोध में उतरे समर्थकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था.
सोशल मीडिया पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज का एक वीडियो इस गलत दावे से वायरल है कि ये हल्द्वानी, उत्तराखंड का है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि यह हल्द्वानी का नहीं बल्कि महाराष्ट्र, घाटकोपर का वीडियो है, जब धार्मिक उपदेशक मौलाना मुफ्ती सलमान की गिरफ्तारी के विरोध में उतरे समर्थकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था.
गौरतलब है कि उत्तराखंड के हल्द्वानी के बनभूलपुरा में 8 फरवरी की देर शाम को एक मदरसे को ढहाए जाने के बाद हिंसा भड़क गई. स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव भी किया, रिपोर्ट्स के अनुसार इस हिंसा में लगभग 60 लोग ज़ख़्मी हुए. उसके बाद से ही सोशल मिडिया पर इसको लेकर सांप्रदायिक दावों के साथ तरह-तरह की फ़र्जी और भ्रामक वीडियोज शेयर किए गए. इसी क्रम में यह वीडियो भी वायरल है.
घाटकोपर में हुए इस लाठीचार्ज को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर यूजर्स, हल्द्वानी हिंसा से जोड़कर शेयर कर रहे हैं. फेसबुक पर एक यूजर ने इसे शेयर करते हुए लिखा, "बीजेपी के द्वारा बनाए नए भारत के हल्द्वानी, उत्तराखंड में मुसलमानों पर लाठियां बरसाते हुए संवैधानिक पुलिसकर्मी." #haldwaniriot #haldwaninews
इसी दावे से कई और फेसबुक यूजर ने भी वीडियो को शेयर किया है. यहां, यहां देखें.
भाजपा सरकार को घेरते हुए ऐसे ही समान कैप्शन के साथ एक्स पर भी वीडियो को शेयर किया जा रहा है. यहां, यहां देखें.
फैक्ट चेक
वीडियो को देखने के बाद हमने वायरल पोस्ट के कमेंट सेक्शन की पड़ताल की, वहां कुछ यूजर्स ने वीडियो को घाटकोपर, महाराष्ट्र का बताया था.
आगे हमने वीडियो के कुछ कीफ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया, इसके जरिए हमें एक्स और फेसबुक पर कुछ पोस्ट मिले, जिनमें इसे घाटकोपर का ही बताया गया था. Digital Thane News नाम के फेसबुक पेज पर मराठी कैप्शन के साथ लिखा था, "ठाणे - मुफ्ती के समर्थन में आए हजारों समर्थकों पर पुलिस का लाठीचार्ज..." (मराठी से हिंदी अनुवाद)
यहां से हिंट लेते हुए हमने घाटकोपर और इस लाठीचार्ज से संबंधित कुछ कीवर्ड्स सर्च किए, इसके जरिए हमें कई न्यूज रिपोर्ट्स मिले. 5 फरवरी के दैनिक भास्कर और लाइव हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, 31 जनवरी को जूनागढ़ में एक कार्यक्रम के दौरान भड़काऊ भाषण देने के आरोप में मुफ्ती सलमान अजहरी को गुजरात ATS दो दिन के ट्रांजिट रिमांड पर जूनागढ़ ले गई."
रिपोर्ट में आगे बताया है कि जब ATS अजहरी को हिरासत में लेने आई, तब उनके समर्थकों ने उनकी रिहाई की मांग को लेकर घाटकोपर पुलिस स्टेशन के बाहर घेराव कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए लाठीचार्ज किया.
(दैनिक भास्कर की न्यूज़ रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट)
हमें ABP न्यूज के मराठी यूट्यूब चैनल पर भी इससे संबंधित एक वीडियो मिला, जिसमें इस घटना की रिपोर्टिंग की गई है.
इससे साफ है कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है, इस वीडियो का संबंध हल्द्वानी हिंसा से नहीं है. यह वीडियो घाटकोपर महाराष्ट्र का है, जब पुलिस ने धार्मिक उपदेशक मौलाना मुफ्ती सलमान की गिरफ्तारी के विरोध में उतरे समर्थकों पर लाठीचार्ज कर दिया था.