असम में अवैध प्रवासियों के हमले के दावे से वायरल वीडियो बांग्लादेश का है
बूम ने पाया कि हाथों में लाठी-डंडे और बांस लिए भीड़ का वीडियो बांग्लादेश के किशोरगंज का है जब राजनीतिक पार्टी बीएनपी के दो गुट आपस में भिड़ गए थे.

हाथों में लाठी-डंडे और बांस लिए भीड़ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. यूजर इस वीडियो के साथ दावा कर रहे हैं कि असम के गोलपाड़ा में अवैध बांग्लादेशियों और घुसपैठियों ने पुलिस पर धारदार हथियारों से हमला किया है.
बूम ने जांच में पाया कि यह दावा गलत है. वायरल वीडियो बांग्लादेश के किशोरगंज जिले की एक घटना का है. जुलाई 2025 में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के दो गुटों के बीच आपस में एक भीषण झड़प हो गई थी. इसमें कम से कम 40 लोग घायल भी हो गए थे.
गौरतलब है कि इस साल जुलाई में असम के गोलपारा जिले में जमीन खाली कराने का एक अभियान (eviction drive) हुआ था. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, यह अभियान 12 जुलाई को पाइकन रिजर्व फॉरेस्ट की 140 हेक्टेयर जमीन खाली कराने के लिए चलाया गया था. इस दौरान लगभग 1080 परिवारों ने अपने घर खो दिए. हिंसक झड़पें हुईं, झड़प के दौरान एक व्यक्ति की मौत भी हो गई और कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए.
सोशल मीडिया पर क्या है दावा ?
फेसबुक पर एक यूजर (आर्काइव लिंक) ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों ने देशी भाले और हथियारों से लैस होकर पुलिस और अधिकारियों पर किया क्रूर हमला! ये सिर्फ कानून व्यवस्था पर नहीं, बल्कि देश की संप्रभुता पर हमला है. कब तक सहन करेगा भारत ये घुसपैठ.’
एक्स पर एक यूजर (आर्काइव लिंक) ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘अवैध बांग्लादेशी असम के गोलपाड़ा में अधिकारियों के घर में धारदार भालों और पत्थरों से हमला करने की योजना बना रहे हैं.’ इंस्टाग्राम (आर्काइव लिंक) पर भी इसी तरह के दावे से यह वीडियो वायरल है.
पड़ताल में क्या मिला :
वीडियो बांग्लादेश का है
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वायरल वीडियो को गूगल लेंस से सर्च किया. हमें बांग्लादेशी मीडिया आउटलेट ढाका मेल की वेबसाइट पर 1 जुलाई 2025 की एक न्यूज रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो वाला एक स्क्रीनशॉट भी है. इसमें बताया गया कि यह घटना बांग्लादेश की राजधानी ढाका के किशोरगंज जिले के अब्दुल्लापुर गांव की है.
बीएनपी के दो गुटों के बीच झड़प का वीडियो
रिपोर्ट के अनुसार, 1 जुलाई 2025 की सुबह किशोरगंज के अष्टग्राम में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के दो गुटों के बीच भीषण झड़प हो गई थी, जिसमें कम से कम 40 लोग घायल हो गए. इस झड़प के दौरान तोड़फोड़, लूटपाट और आगजनी की घटना भी सामने आई.
रिपोर्ट में बताया गया कि बीएनपी के दो स्थानीय नेताओं कमाल पाशा और फरहाद अहमद के बीच लंबे समय से पारिवारिक और राजनीतिक विवाद चला आ रहा था, जिसके कारण यह घटना हुई.
Ajker Patrika की रिपोर्ट में बताया गया कि कमाल पाशा के समर्थकों ने 1 जुलाई 2025 की सुबह फरहाद अहमद के घर (बाघाबारी) पर हमला कर दिया. कमल पाशा ने मामले पर अपनी सफाई में कहा, "मैं एक खेल के मैदान का दौरा करने के लिए बाघाबारी के पास गया था. तभी फरहाद अहमद के परिवार ने मुझ पर हमला किया, जिसके बाद मेरे लोगों ने मुझे वहां से बचाया."
ST Bangla TV की रिपोर्ट में प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया गया कि दोनों पक्ष हथियारों के साथ आपस में भिड़ गए. इससे इलाके में कई घंटों तक तनावपूर्ण स्थिति बनी रही. घायलों को जिला सदर अस्पताल भेजा गया है.
स्थानीय पुलिस ने मामले की पुष्टि की
ढाका मेल की रिपोर्ट में उस क्षेत्र के पुलिस स्टेशन थाना अष्टग्राम के प्रभारी अधिकारी मोहम्मद रुहुल अमीन के हवाले से घटना की पुष्टि करते हुए बताया गया, “बीएनपी के दो गुटों के बीच झड़प हुई है, स्थिति फिलहाल शांत है. शिकायत के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. हालांकि अभी तक किसी भी पक्ष की ओर से कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है. घटना में किसी की गिरफ्तारी भी नहीं हुई है.”
Channel i News की वीडियो रिपोर्ट में हमले के इस वायरल वीडियो को भी देखा जा सकता है.
असम पुलिस ने एक्स पर किया खंडन
असम की गोलपारा पुलिस ने भी अपने अधिकारिक एक्स हैंडल से बताया कि यह वीडियो बांग्लादेश के किशोरगंज के अष्टग्राम में बीएनपी के दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प का है. पुलिस ने एक्स पोस्ट में लिखा कि शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐसी अफवाहों न फैलाएं. वीडियो को लेकर आवश्यक कानूनी कार्रवाई के लिए उपद्रवियों की पहचान की जा रही है.


