घने कोहरे के कारण यमुना एक्सप्रेसवे पर हुई दुर्घटना का ये वीडियो पुराना है
वायरल वीडियो हाल का नहीं बल्कि नवंबर 2017 में यमुना एक्सप्रेसवे पर हुई दुर्घटना का है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफ़ी वायरल है जिसमें हाइवे पर कई दुर्घटनाग्रस्त गाड़ियां दिख रही हैं. वीडियो को शेयर कर निवेदन करते हुए कहा जा रहा है कि कोहरे के कारण रात और सुबह में यात्रा न करें साथ ही वीडियो को देखने की अपील की जा रही है.
वीडियो में देखा जा सकता है कि एक के बाद एक गाड़ियां सड़क पर पहले से दुर्घटनाग्रस्त खड़ी गाड़ियों से टकराती जा रही हैं. वहां मौजूद लोग गाड़ियों से जल्दी निकलने की अपील कर रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो नवंबर 2017 में यमुना एक्सप्रेस हाईवे पर हुई गाड़ियों की भिड़ंत का है.
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फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा,'सभी लोगों से निवेदन है की कोहरे के कारण रात में और सुबह के समय हाईवे पर सफर ना करें कृपया टाइम हो तो यह 1 मिनट 33 सेकंड का वीडियो जरूर देखें।'
फ़ेसबुक पर यह वीडियो बेहद वायरल यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है.
बूम को यह वीडियो व्हाट्सऐप हेल्पलाइन पर भी प्राप्त हुआ.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल वीडियो से सम्बंधित कीवर्ड्स से सर्च किया तो कोहरे के कारण वाहनों की टकराने की हालिया कई न्यूज़ रिपोर्ट्स सामने आयी. लेकिन रिपोर्ट्स में इस्तेमाल की गई तस्वीरें वायरल वीडियो के दृश्यों से बिलकुल अलग थी. रिपोर्ट्स यहां और यहां देखें.
वीडियो से स्क्रीनग्रैब निकाल कर गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो 08 नवंबर 2017 की इंडिया टुडे और इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट्स में इस्तेमाल की गई तस्वीर वायरल वीडियो में दिख रहे दृश्य के समान थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक़ नोएडा-आगरा यमुना एक्सप्रेसवे पर घने स्मॉग के कारण 18 वाहन आपस में टकरा गए. हालांकि रिपोर्ट्स में किसी के हताहत होने की ख़बर नहीं थी.
09 नवंबर 2017 की फर्स्टपोस्ट की रिपोर्ट में वायरल वीडियो के समान वीडियो देखी जा सकती है. 2017 की इस रिपोर्ट में वीडियो को एक साल पुराना होने की शंका जाहिर की गयी है.
यूट्यूब पर सर्च करने पर कई न्यूज़ चैनल ने भी इस घटना को नवंबर 2017 की बताकर कवर किया है. रिपोर्ट्स में घटना स्थल यमुना एक्सप्रेसवे पर मथुरा के नजदीक बताया गया है.
बूम वाहनों की संख्या की पुष्टि नहीं करता है. अलग-अलग रिपोर्ट्स में गाड़ियों की संख्या भिन्न है.
गौरतलब है कि समूचे उत्तर भारत में पिछले पिछले कुछ दिनों से शीतलहर चलने से तापमान में भरी गिरावट देखी गयी है जिससे क्षेत्र में सर्दी के साथ-साथ कोहरा भी बढ़ गया है. अमूमन उत्तर भारत में हर साल कोहरे और धुंध के कारण हर साल सड़क दुर्घटनाएं होती हैं.
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