अतिक्रमण अभियान की पुरानी तस्वीर वायरल, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने भी किया शेयर
बूम ने पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे टूटे घरों की तस्वीर काफ़ी पुरानी है.
इसी साल की शुरुआत में हुए उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली बंपर जीत के बाद से ही बुलडोजर काफ़ी चर्चा में है. दरअसल उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने अपने पहले कार्यकाल और मौजूदा कार्यकाल के दौरान अवैध निर्माण, माफ़ियाओं और अपराधियों की संपत्ति पर जमकर बुलडोजर चलाया है.
इसी बीच सोशल मीडिया पर टूटे हुए घरों की कुछ तस्वीरें वायरल हो रही है, जिसे हाल का बताकर ये कहते हुए शेयर किया जा रहा है कि ये उत्तरप्रदेश के उन्नाव और फर्रुखाबाद की हैं. वायरल हो रहे फ़ोटो में काफ़ी संख्या में टूटे हुए घर दिखाई दे रहे हैं और सड़क मलबों से पटा हुआ दिखाई दे रहा है. इतना ही नहीं कुछ फ़ोटो में जेसीबी और क्रेन भी दिख रहीं हैं.
हिमाचल में हुई बस दुर्घटना का फ़ोटो उत्तराखंड बताकर सोशल मीडिया पर वायरल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने भी अपने ट्विटर अकाउंट से इन टूटे घरों की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है 'ये यूक्रेन नहीं, ये बुलडोजरलैंड के उन्नाव और फर्रुखाबाद की तस्वीरें हैं'.
सलमान खुर्शीद के अलावा भी कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने इन फ़ोटोज को हाल का बताकर शेयर किया है.
कुशल दीक्षित नाम के फ़ेसबुक यूज़र ने भी इन फ़ोटोज को शेयर किया है और लिखा है 'अतिक्रमण नष्ट होने के बाद फर्रुखाबाद व उन्नाव'. साथ ही उनके पोस्ट में #बाबा भी मौजूद है. बताते चलें कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके कई समर्थक और प्रशसंक बाबा भी कहते हैं.
वायरल पोस्ट यहां, यहां, यहां और यहां देखें.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल हो रहे फ़ोटोज की पड़ताल के लिए सबसे पहले अलग अलग कीवर्ड की मदद से उन्नाव में हुए कथित अतिक्रमण अभियान से जुड़ी ख़बरों को ख़ोजना शुरू किया तो हमें बीते दिनों हुए अतिक्रमण अभियान की ख़बरें ज़रूर मिली, लेकिन उनमें कोई ऐसी फ़ोटो मौजूद नहीं थी जो वायरल फ़ोटो से मिलती जुलती हो.
जांच आगे बढ़ाने पर हमें छह साल पुरानी अमर उजाला वेबसाइट पर प्रकाशित हुई एक ख़बर मिली. ख़बर में लगी हुई फ़ोटो वायरल फ़ोटो से मिलती जुलती प्रतीत हो रही थी. अमर उजाला की ख़बर के अनुसार 2016 के मई महीने में उन्नाव के छोटा चौराहा से लेकर अताउल्ला नाला रोड तक अतिक्रमण अभियान चला था, जिसमें कई दुकानों और घरों को तोड़ा गया था. रिपोर्ट के अनुसार यह अभियान सड़क के चौड़ीकरण के लिए चलाया गया था.
रिपोर्ट से मिली जानकारी के आधार पर हमने कुछ कीवर्ड की मदद से फ़ेसबुक सर्च किया तो हमें 26 मई 2016 को किया गया एक फ़ेसबुक पोस्ट मिला. हिंदुस्तान प्रेस से जुड़े होने का दावा करने वाले शुभम निगम ने अपने फ़ेसबुक अकाउंट से अतिक्रमण अभियान की कुछ फ़ोटो पोस्ट की थी और इसका कैप्शन दिया 'तबाही का मंजर, बदला गया उन्नाव का नक्शा, उजड़ गया उन्नाव का छोटा चौराहा'.
शुभम निगम द्वारा पोस्ट किए गए चार फ़ोटो में से तीन फ़ोटो वो है, जो बुधवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान ख़ुर्शीद ने शेयर की और जो सोशल मीडिया पर भी काफ़ी वायरल है.
ज्ञात हो कि 2016 में उन्नाव के छोटा चौराहे पर चले अतिक्रमण अभियान के दौरान राज्य में समाजवादी पार्टी की सरकार थी और अखिलेश यादव सरकार के मुखिया थे. हालांकि अगले साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद उनको सत्ता छोड़ना पड़ा और जनता ने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के हाथों में राज्य की कमान सौंपी.