फैक्ट चेक: उत्तरकाशी त्रासदी से जोड़कर असंबंधित फुटेज हो रहे हैं वायरल
उत्तरकाशी पुलिस ने अपने एक्स हैंडल से इन फुटेज का खंडन करते हुए बताया कि ये सभी अलग-अलग घटनाओं से संबंधित हैं.

उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने की वजह से आई त्रासदी से जोड़कर कई असंबंधित वीडियो व तस्वीरें वायरल हो रही हैं. सोशल मीडिया यूजर इन फुटेज को आपदा पीड़ितों की तस्वीर के दावे से शेयर कर रहे हैं.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि बाढ़ में फंसे लोगों का वायरल वीडियो साल 2022 का हिमाचल प्रदेश के सोलन का है. वहीं, दो शवों वाली तस्वीर मध्यप्रदेश की है, जहां 30 जुलाई 2025 को चाचा और भतीजे की पानी में डूबने से मौत हो गई थी. उत्तरकाशी पुलिस ने भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इन फुटेज का खंडन किया है.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित धराली गांव में 5 अगस्त 2025 को बादल फटने की वजह से आई आपदा में अबतक 5 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. अधिकारियों का अनुमान है कि 60 से ज्यादा लोग अब भी लापता हैं.
पुलिस, SDRF, NDRF, सेना, ITBP और अन्य राहत एजेंसियां अब भी रेस्क्यू अभियान में जुटी हुई हैं. उत्तरकाशी पुलिस के मुताबिक अबतक आपदा के दौरान फंसे 372 लोगों को हर्षिल से एयर लिफ्ट किया गया है.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर करीब दो मिनट के एक वीडियो शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'उत्तरकाशी धराली का एक और वीडियो सामने आया है हालात काफी बुरे हैं.' इस वीडियो में कुछ लोग तेज बहाव वाली नदी के बीच फंसे नजर आ रहे हैं वहीं कुछ लोग उन्हें बचाने की कोशिश करते दिख रहे हैं. (आर्काइव लिंक)
फेसबुक पर उत्तरकाशी आपदा से जोड़कर एक भयावह तस्वीर भी वायरल हो रही है, जिसमें मिट्टी में लथपथ दो शव दिख रहे हैं. इसे शेयर करते हुए एक यूजर ने कैप्शन दिया, '..उत्तराखंड के उत्तरकाशी के धराली में आई आपदा का एक दृश्य जिसमें पिता-पुत्र एक दूसरे को बचाने की कोशिश में जीवन की लीला समाप्त कर बैठे...' (आर्काइव लिंक)
पड़ताल में क्या मिला
न्यूज रिपोर्ट और पुलिस के स्पष्टिकरण की मदद से हमने पाया कि वायरल हो रहे विजुअल का उत्तरकाशी आपदा से कोई संबंध नहीं है.
1. बाढ़ में फंसे लोगों का वीडियो हिमाचल से है
रिवर्स इमेज सर्च की मदद से हमें द ट्रिब्यून के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर इससे मिलता जुलता एक वीडियो मिला. 29 जुलाई 2022 को अपलोड किए गए इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन में इसे नालागढ़ (सोलन, हिमाचल) का बताया गया, जहां फोटो खींचने के दौरान पानी का जलस्तर अचानक बढ़ जाने की वजह से पांच युवक नदी में फंस गए. इस वीडियो में घटना के संबंध में स्थानीय लोगों की बातचीत भी सुनी जा सकती है.
घटना पर ट्रिब्यून, न्यूज 18, इंडियन एक्सप्रेस पंजाब, दैनिक भास्कर और आजतक की साल 2022 में प्रकशित हुई रिपोर्ट भी देखी जा सकती है. रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना 28 जुलाई को हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के नालागढ़ स्थित गुरु कुंड के पास चिकली नदी में हुई. तेज बारिश के कारण अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिससे पांच प्रवासी युवक नदी के एक पत्थर के बीच फंस गए. स्थानीय लोगों ने एकत्रित होकर लगभग आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रस्सी की मदद से इन युवकों को सुरक्षित बाहर निकाला.
2. शवों की यह तस्वीर मध्यप्रदेश की है
रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें इंस्टाग्राम और फेसबुक पर एक अगस्त 2025 के ऐसे कई पोस्ट मिले, जिनमें वायरल तस्वीर मौजूद थी. इससे साफ था कि तस्वीर 5 अगस्त 2025 को धराली में आई त्रासदी से पहले की है. पोस्ट में बताया गया कि यह तस्वीर मध्यप्रदेश के श्योपुर से है.
यहां से हिंट लेकर हमने इससे संबंधित खबरों की तलाश की. टीवी9 भारतवर्ष की 31 जुलाई 2025 की एक रिपोर्ट में वायरल तस्वीर मौजूद थी. रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना मध्यप्रदेश के श्योपुर के देहात थाना क्षेत्र स्थित आमलदा गांव की है, जहां अचानक पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ने से पानी खेतों में भर गया. उसी दौरान खेत में काम करने गए एक ही परिवार के दो सदस्य डूब गए. जलस्तर घटने पर अगली सुबह खेत में दोनों की लाश मिली, जिन्हें ग्रामीण खाट पर रखकर गांव ले गए.
दैनिक भास्कर, हिंदुस्तान, इंडिया टुडे और ईटीवी भारत की रिपोर्ट में भी बताया गया कि श्योपुर के आमलदा गांव में 30 जुलाई को राजू यादव और उनके 13 साल के भतीजे शिवम की पार्वती नदी के उफनते पानी में डूबकर मौत हो गई. अगली सुबह खेत में दोनों के शव एक-दूसरे में लिपटे मिले.
उत्तरकाशी पुलिस ने किया वायरल दावों का खंडन
उत्तराखंड की उत्तरकाशी पुलिस ने 6 अगस्त को अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से वीडियो और वायरल तस्वीर के साथ किए जा रहे दावों का खंडन किया. पुलिस ने स्पष्ट किया कि इनका धराली आपदा से कोई संबंध नहीं है. पुलिस के अनुसार भी शवों वाली तस्वीर मध्यप्रदेश के श्योपुर की है.
पुलिस ने पोस्ट में भ्रामक सूचना फैलाने वालों पर कार्रवाई की भी बात कही. उत्तरकाशी पुलिस के इस एक्स हैंडल पर धराली आपदा से जोड़कर शेयर की जा रही तमाम भ्रामक खबरों का खंडन देखा जा सकता है.



