VHP और बजरंग दल को UN के आतंकी संगठन घोषित करने का गलत दावा वायरल
बूम ने पाया कि यूएन सुरक्षा परिषद की आतंकवादी संगठनों के नाम वाली इस सूची में वीएचपी और बजरंग दल के नाम नहीं है.



भारतीय दक्षिणपंथी संगठन विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल को लेकर सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने इन्हें आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया है.
बूम ने पाया कि यूएन ने विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल को आतंकी संगठन की सूची में कभी शामिल नहीं किया. यूएन सुरक्षा परिषद की आतंकवादी संगठनों के नाम वाली सूची में इन संगठनों के नाम नहीं है. यूएन ने मई 2019 में जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था.
हालांकि अमेरिका की सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) ने 2018 में अपनी 'वर्ल्ड फैक्टबुक' में वीएचपी और बजरंग दल को 'धार्मिक उग्रवादी संगठन' के रूप में वर्गीकृत किया था, जिसे बाद में सीआईए ने अपनी इस लिस्ट से हटा दिया था.
फेसबुक पर एक यूजर ने लिखा, ‘क्या आप जानते हैं? UNO ने विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल को आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है.’

एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘UN ने मसूद अजहर को आतंकी घोषित किया- अंडभक्त खुश हुए. अबे दोगलो UN ने VHP और बजरंग दल को भी आतंकी संगठन घोषित किया है.’

फैक्ट चेक
UN की सूची में हिंदूवादी संगठन के नाम नहीं हैं
बूम ने दावे की पड़ताल करने पर पाया कि संयुक्त राष्ट्र (UN) ने विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल को आतंकी संगठन घोषित नहीं किया है. इस दावे की पुष्टि करने वाली कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट भी नहीं है.
जांच के दौरान हमें पता चला कि संयुक्त राष्ट्र के 6 प्रमुख अंगों में से एक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN Security Council) एक सूची बनाता है, जो किसी संगठनों या व्यक्तियों को आतंकवादी घोषित करता है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की एक विशेष समिति इस लिस्ट को नियमित रूप से अपडेट करती है. इस समिति को 1267 समिति या अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट (ISIL) प्रतिबंध समिति भी कहा जाता है. वर्तमान में लिस्ट में 684 व्यक्ति और 193 संस्थाएं शामिल हैं.
इस सूची को यूएन की आधिकारिक वेबसाइट पर देखा जा सकता है. इसमें विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के नाम नहीं दिखते हैं.
CIA ने VHP और बजरंग दल को 'धार्मिक उग्रवादी संगठन' के रूप में वर्गीकृत किया था
इसके अलावा बूम ने पाया कि जून 2018 में अमेरिकी सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA) ने अपनी 'वर्ल्ड फैक्टबुक' में इन संगठनों को 'धार्मिक उग्रवादी संगठन' के रूप में वर्गीकृत किया था. CIA ने इन्हें हिंदू राष्ट्रवादी संगठन बताया था जो कथित तौर पर धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा या उग्र गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं.
उस समय की सीआईए की इस रिपोर्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है. तब इन संगठनों के नेताओं ने रिपोर्ट पर नाराजगी जताते हुए केंद्र सरकार से उचित कार्रवाई करने की मांग की थी.
इसके कुछ दिन बाद ही सीआईए ने अपनी रिपोर्ट से इन दोनों संगठनों के नाम को हटा दिया था, अपडेटेड रिपोर्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है.
यूएन ने मई 2019 में मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र (UN) ने जो जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के मुखिया मसूद अजहर को 1 मई 2019 को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था.
