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फैक्ट चेक

तुर्की में आये भूकंप से जोड़कर वायरल बूढ़े व्यक्ति की यह तस्वीर सालों पुरानी है

बूम ने पाया कि 6 फरवरी, 2023 को तुर्की में आए भूकंप से जोड़कर वायरल हो रही यह तस्वीर 1999 में तुर्की में आए भूकंप की है.

By - Mohammad Salman |
Published -  14 Feb 2023 3:32 PM IST
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    तुर्की में आये भूकंप से जोड़कर वायरल बूढ़े व्यक्ति की यह तस्वीर सालों पुरानी है

    तुर्की में 6 फ़रवरी 2023 को आये विनाशकारी भूकंप के बाद से कई असंबंधित तस्वीरें और वीडियोज़ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. इस बीच, एक तबाह हो चुकी बहुमंजिला इमारत के सामने रोते हुए एक बूढ़े व्यक्ति की तस्वीर भूकंप की भयावहता दिखाने के दावे के साथ शेयर की जा रही है. इस तस्वीर में बूढ़ा व्यक्ति हाथ में ब्रेड पकड़े हुए रोते हुए नज़र आता है.

    हालांकि, बूम की जांच में सामने आया कि यह तस्वीर सालों पुरानी है और इसका तुर्की में 6 फ़रवरी को आये भूकंप से कोई संबंध नहीं है.

    तुर्की में हालिया भूकंप से जोड़कर वायरल इस तस्वीर को फ़ेसबुक पर शेयर करते हुए एक यूज़र ने कैप्शन दिया, “45 सेकंड के जलजले से पहले यह शख्स घर का मालिक था.. 45 सेकंड के बाद इस शख्स के पास खाने को एक रोटी का टुकड़ा भी नहीं है ..वो दूसरे की दी हुई रोटी लेकर खड़ा है इंसान को अल्लाह की दी हुई नियामत पर घमंड नहीं करना चाहिए.. आदमी पूरी उमर यह मेरा माल यह मेरे बच्चे यह मेरे रिश्तेदार में लगा रहता है.. लेकिन जब वह लेने पर आए तो सेकंड में ले लेता है..”

    पोस्ट यहां देखें. अन्य पोस्ट यहां देखें.

    इस तस्वीर को ट्विटर पर भी बड़ी संख्या में यूज़र्स हालिया भूकंप से जोड़कर शेयर कर रहे हैं.

    एक ट्विटर यूज़र ने तस्वीर के साथ लिखा, “45 सेकंड के जलजले से पहले यह शख्स घर का मालिक था। और 45 सेकंड के बाद इस शख्स के पास रोटी का एक टुकड़ा भी नहीं है। दूसरों की दी हुई रोटी लेकर खड़ा है.”

    45 सेकंड के जलजले से पहले यह शख्स घर का मालिक था। और 45 सेकंड के बाद इस शख्स के पास रोटी का एक टुकड़ा भी नहीं है। दूसरों की दी हुई रोटी लेकर खड़ा है।😥😥#PrayForTurkey #PrayForSyria pic.twitter.com/mZMxEzF1hy

    — Priyanka Mann (@frmerss) February 10, 2023

    ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.

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    फ़ैक्ट चेक

    बूम ने वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च पर चेक किया तो यह हमें कई तुर्किश न्यूज़ रिपोर्ट्स में मिली.

    हमें जांच के दौरान यह तस्वीर 13 नवंबर 2020 को प्रकाशित हुर्रियत डेली न्यूज़ की रिपोर्ट में मौजूद मिली. इस रिपोर्ट में, तुर्की के दुज़जे में 12 नवंबर 1999 को आये भूकंप के पीड़ितों को याद किया गया है.


    रिपोर्ट में बताया गया है कि 7.2-तीव्रता वाले भूकंप के 21वें वर्ष को चिह्नित करने के लिए दुज़जे और पड़ोसी सकरिया प्रांत में स्थानीय और संगठन एकत्रित हुए. यह भूकंप क़रीब 45 सेकंड तक चला था जिसमें 2,679 लोगों की मौत हो गई थी.

    हमें जांच के दौरान यही तस्वीर स्पेनिश अख़बार एल मुंडो की 14 नवंबर 1999 की रिपोर्ट में मौजूद मिली जिसमें तुर्की में आये भूकंप के बारे में बताया गया था.

    इसके अलावा, हमें यह तस्वीर AHABER नाम की वेबसाइट पर मिली. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि ब्रेड लिए बूढ़े व्यक्ति की तस्वीर 1999 के भूकंप की है और इस तस्वीर को फ़ोटोग्राफर अब्दुर्रहमान अंतक्याली ने खींचा था.

    AHABER वेबसाइट से बातचीत में अब्दुर्रहमान अंतक्याली ने ध्वस्त इमारत के सामने हाथों में ब्रेड पकड़े हुए बूढ़े व्यक्ति की तस्वीर के बारे में बताते हैं, "जब हम 1999 के भूकंप की जगह गए, तो कई दृश्य थे जो तस्वीरों का विषय होंगे. उस समय, मैं एक रोते हुए चाचा से मिला था. उनके हाथों में ब्रेड था. मैं तुरंत दौड़ा और उनके सामने 7-8 तस्वीरें लीं. मैं उनसे बात नहीं कर सका, लेकिन "मैंने हमेशा उन्हें यह कहते हुए रोते देखा, "जवान लोग मर गए."

    इसके बाद, हमने फ़ोटोग्राफर अब्दुर्रहमान अंतक्याली का सोशल मीडिया चेक किया. इस दौरान उनके इंस्टाग्राम पर यह तस्वीर 12 नवंबर 2014 को अपलोड हुई मिली.


    उन्होंने कैप्शन में लिखा, “ड्यूज़/कायनाश्लि में इस तस्वीर को लिए हुए मुझे 15 साल हो चुके हैं. मैंने शूट की गई फ़िल्मों को भेजने की हड़बड़ी में उनका नाम भी नहीं पूछा था. जब उन्होंने फ़ोन किया तब उनका नाम पता चला. रेस्ट इन पीस अंकल अशरफ़..”

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    Tags

    TurkeyEarthquakeViral ImagesFact Check
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    Claim :   45 सेकंड के जलजले से पहले यह शख्स घर का मालिक था। और 45 सेकंड के बाद इस शख्स के पास रोटी का एक टुकड़ा भी नहीं है। दूसरों की दी हुई रोटी लेकर खड़ा है
    Claimed By :  Facebook, Twitter Users
    Fact Check :  False
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