आरजी कर मेडिकल कॉलेज का इंटर्न TMC विधायक सौमेन महापात्रा का बेटा नहीं है
बूम को सौमेन महापात्रा ने बताया कि उनके बेटे बोधिसत्व महापात्रा का आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल से कोई संबंध नहीं है.
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ रेप और हत्या में उसी कॉलेज का इंटर्न और पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री व तृणमूल कांग्रेस (TMC) विधायक सौमेन महापात्रा का बेटा सुभादीप सिंघा महापात्रा भी आरोपी है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है. सौमेन महापात्रा ने बूम को बताया कि उनके बेटे का नाम बोधिसत्व महापात्रा है जो अभी पूर्वी मेदिनीपुर जिले के पंसकुरा 1 प्रखंड स्वास्थ्य केंद्र में ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर ऑफ हेल्थ (BMOH) के रूप में कार्यरत है और उसका आरजी कर अस्पताल से कोई पेशेवर या शैक्षिक संबंध नहीं है. साथ ही उन्होंने सुभादीप सिंघा महापात्रा के अपने बेटे होने के दावे से इनकार किया है.
17 अगस्त को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष से पूछताछ की थी, जहां 9 अगस्त को एक सेमिनार हॉल में जूनियर डॉक्टर की लाश मिली थी. हालांकि, कोलकाता पुलिस ने आरोपी संजय रॉय को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन विपक्षी नेताओं ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर सबूतों को मिटाने का आरोप लगाया है.
इसके अलावा मृतक डॉक्टर के पिता ने Decode को बताया कि अस्पताल के अधिकारी शुरू से ही परिवार के साथ सहयोग नहीं कर कर रहे हैं.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक यूजर ने लिखा, 'कोलकाता डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के संदिग्ध कौन हैं? टीएमसी के श्रम मंत्री 'निर्मल माजी' के बेटे. टीएमसी के सिंचाई मंत्री 'सौमेन महापात्रा' के बेटे. यही कारण है कि 'पश्चिम बंगाल सरकार' जांच में बाधा डाल रही है. INDI गठबंधन इस घृणित घटना के खिलाफ कुछ नहीं बोल रही है.' (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर भी यह दावा वायरल है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
फैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए जब पश्चिम बंगाल पुलिस का आधिकारिक फेसबुक पेज खंगाला तो हमें 15 अगस्त 2024 का एक पोस्ट मिला है.
इस पोस्ट में बताया गया था कि सुभादीप सिंघा महापात्रा बांकुरा के रहने वाले हैं और उसके पिता का नाम प्रबीर सिंघा महापात्रा है जो पेशे से एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक हैं. पोस्ट में यह भी स्पष्ट किया गया था कि सुभादीप फरार नहीं हैं और घटना के दिन से ही अस्पताल में हैं. उन्होंने जांच के दौरान कोलकाता पुलिस से बात भी की है.
(पोस्ट का आर्काइव लिंक)
इस पोस्ट में सुभादीप के पिता प्रबीर सिंघा महापात्रा का एक वीडियो बयान भी था, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया था कि वह और उनका परिवार सौमेन महापात्रा को व्यक्तिगत रूप से नहीं जानते हैं.
साथ ही उन्होंने कहा कि इन झूठे दावों के लिए उन्होंने कोलकाता के ताला पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी भी दर्ज कराई है.
इसके बाद हमने तृणमूल कांग्रेस विधायक सौमेन महापात्रा से इन दावों की पुष्टि के लिए संपर्क किया. महापात्रा ने बूम से कहा, "ये आरोप झूठे हैं. मेरे बेटे बोधिसत्व महापात्रा का कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज से न तो कोई शैक्षणिक संबंध है और न ही पेशेवर.'
उन्होंने आगे कहा, "2017-18 में मेरे बेटे ने कोलकाता के एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में अपनी इंटर्नशिप पूरी की. इसके बाद वह एसएसकेएम ट्रामा केयर सेंटर में हाउस-स्टाफ ट्रेनिंग की. फिर वह परीक्षा पास कर पंसकुरा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में जनरल ड्यूटी मेडिकल ऑफिसर (GDMO) के रूप में शामिल हो गया. दो साल तक वहां काम करने के बाद, उसे ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर ऑफ हेल्थ (BMOH) के पद पर पदोन्नत किया गया और पिटपुर गांव में पंसकुरा 1 प्रखंड स्वास्थ्य केंद्र में ट्रांसफर कर दिया गया, जहां वह पिछले दो सालों से काम कर रहा है. उसका आरजी कर मेडिकल कॉलेज से कोई संबंध नहीं है."
महापात्रा ने कहा कि इन झूठे दावों के चलते उनके बेटे बोधिसत्व महापात्रा और उनके परिवार की जान को खतरा पैदा हो गया है.