किसान आंदोलन से संबंधित पुराना वीडियो हालिया बताकर वायरल
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो जनवरी 2021 से ही इंटरनेट पर मौजूद है, इसका अभी के किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है.
सोशल मीडिया पर झंडा इत्यादि लिए किसानों के एक समूह के पुराने वीडियो को हालिया किसान आंदोलन का बताते हुए बड़े पैमाने पर शेयर किया जा रहा है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वीडियो हालिया नहीं है, बल्कि 2021 से ही यह इंटरनेट पर मौजूद है, इसका मौजूदा किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है.
लगभग 10 सेकेंड के इस वीडियो में एक फ्लाईओवर पर कुछ लोग झंडे आदि लिए नजर आ रहे हैं, इसमें से एक शख्स, दो व्यक्तियों से तिरंगे को छीनकर फ्लाईओवर से नीचे फेंकता नजर आ रहा है, हालांकि वीडियो में ये साफ नहीं है कि उसने झंडा नीचे फेंका या नहीं.
रिपोर्ट्स के अनुसार, 13 फरवरी से अपनी लंबित मांगों को लेकर एक बार फिर किसानों ने दिल्ली का रुख किया है. जिसके मद्देनजर सरकार ने दिल्ली के चारों तरफ बैरिकेडिंग कर दी है. आंदोलनकारी किसान अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली को लेकर पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर पहुंच गए हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि जब किसानों ने हरियाणा की सीमा में दाखिल होने की कोशिश की तो उन पर आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए. अभी हरियाणा के सात ज़िलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं और पंचकुला तथा चंडीगढ़ में धारा 144 लागू कर दी गई है.
गौरतलब है कि इससे पहले 2020 में भी तीन कृषि कानूनों से संबंधित मांगों को लेकर किसान लगभग एक साल आंदोलनरत रहे थे. इस आंदोलन के बाद से ही इंटरनेट पर इससे संबंधित तमाम वीडियोज और तस्वीरें शेयर की जा रही हैं, कुछ सही तो तो कुछ फ़र्जी भी. इस क्रम में पिछले आंदोलन से संबंधित यह वीडियो हालिया किसान आंदोलन से जोड़कर वायरल है.
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो को शेयर करते हुए एक स्वघोषित मिडिया हैंडल Uncut Version International' ने लिखा, "तिरंगे को सबसे छीनकर नाला में फेंकने वाला कैसा किसान ? ये देशद्रोही गद्दार है #FarmerProtest2024 #Khalistani."
इसके अतिरिक्त और भी एक्स यूजर्स ने वीडियो को हालिया बताते हुए ही शेयर किया है. यहां, यहां देखें.
फेसबुक पर भी वीडियो इसी दावे के साथ वायरल है. यहां और यहां देखा जा सकता है.
ये वीडियो इसी दावे से वेरीफाई करने के रिक्वेस्ट के साथ हमारे टिपलाइन पर भी प्राप्त हुई.
फैक्ट चेक
सबसे पहले हमने वायरल वीडियो को ध्यानपूर्वक देखा, व्यक्तियों के हाथ में दिख रहे झंडे किसान संगठनों के ही मालूम पड़ रहे थे, वीडियो में भारतीय झंडे को छीनते हुए भी देखा जा सकता है, नाले में तिरंगे के फेंके जाने की पुष्टि के लिए, इससे संबंधित कुछ कीवर्ड्स के जरिए हमने मीडिया रिपोर्ट्स की तलाश की, लेकिन हमें ऐसी कोई हालिया रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें किसानों द्वारा तिरंगे को नाली में फेंकने का ज़िक्र हो.
आगे हमने वायरल वीडियो के संबंधित कीवर्ड्स को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी सर्च किया. इसके जरिए हमें हाल में पोस्ट किया गया यह वीडियो तो मिला ही साथ हमें इस सेम वीडियो के जनवरी 2021 के भी पोस्ट मिले.
हमने पाया कि 2021 में भी किसानों पर निशाना साधते हुए यह वीडियो वायरल था. फेसबुक पर एक यूजर ने 26 जनवरी 2021 को इसको शेयर करते हुए लिखा था, "तिरंगे को नाले में फेंकने वाला कैसा किसान?"
आगे हमने इस घटना से संबंधित 2021 के रिपोर्ट्स की तलाश की, लेकिन वीडियो से संबंधित कोई न्यूज रिपोर्ट हमें नहीं मिली. कुछ न्यूज रिपोर्ट्स मिले, जिसमें बताया गया कि आंदोलनरत किसानों ने 26 जनवरी 2021 को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली की योजना बनाई थी, इस रैली के दौरान काफी हिंसा हुई थी. उस दौरान अराजक तत्वों द्वारा लाल किले पर झंडा फहराने की भी खबर भी आई थी.
इस घटना की तारीख और 2021 में वायरल इस सेम वीडियो की तारीख से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह घटना 2021 के किसान आंदोलन से जुड़ी हो सकती है लेकिन हम इसकी पुष्टि नहीं कर सके कि ठीक-ठीक यह कब की और कहां की घटना है. लेकिन 2021 से इसका इंटरनेट पर मौजूद होना इसकी पुष्टि करता है कि इसका हालिया किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है.
नीचे 2021 में वायरल हुए वीडियो और अभी के वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट की तुलना की गई है.