अखिलेश यादव के महाकुंभ न जाकर इफ्तार में शामिल होने का दावा गलत है
बूम ने अपनी जांच में पाया कि अखिलेश यादव 26 जनवरी 2025 को प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में शामिल हुए थे, उन्होंने गंगा में डुबकी भी लगाई थी.



सोशल मीडिया पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का इफ्तार पार्टी में शामिल होने का वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल है. इसे लेकर अखिलेश के हिंदू कार्यक्रमों की तुलना में इस्लामिक आयोजनों को अधिक महत्व देने का आरोप लगाते हुए यूजर दावा कर रहे हैं कि उन्होंने महाकुंभ को नजरअंदाज किया लेकिन इफ्तार का लुत्फ उठाया.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा सांप्रदायिक दावा गलत है. बूम को ऐसी कई मीडिया रिपोर्ट मिलीं जिसमें अखिलेश यादव के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 में शामिल होने का जिक्र है. अखिलेश ने 26 जनवरी को प्रयागराज पहुंचकर त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई थी.
फेसबुक पेज से वीडियो को शेयर करते हुए लिखा गया है, 'प्रयागराज कुंभ ना ना ना ! इफ्तार हां हां हां ! देखो-देखो कोन'
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी यह वीडियो इसी दावे के साथ वायरल है. आर्काइव लिंक
फैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की जांच के लिए 'अखिलेश यादव इफ्तार पार्टी' की-वर्ड से गूगल पर सर्च किया. सर्च के दौरान हमें वायरल वीडियो के विजुअल से संबंधित एबीपी की न्यूज रिपोर्ट मिली.
एबीपी की 30 मार्च 2025 की न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, अखिलेश यादव 29 मार्च को सपा नेता अब्बास हैदर की ओर से लखनऊ के निजी होटल में आयोजित इफ्तार पार्टी में शामिल हुए थे. इस कार्यक्रम में शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास और मौलाना फजले मन्नान भी शामिल हुए थे.
वायरल पोस्ट में दावा किया गया है अखिलेश यादव महाकुंभ 2025 में नहीं गए. इस दावे की जांच के लिए संबंधित कीवर्ड से सर्च करने पर हमें मीडिया रिपोर्ट मिलीं जिनमें अखिलेश यादव के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 में जाने की पुष्टि हो रही है.
लाइव हिंदुस्तान की 26 जनवरी 2025 की वीडियो रिपोर्ट के अनुसार, अखिलेश यादव ने 26 जनवरी को प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में पहुंचकर त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई. इस दौरान गंगा स्नान करने के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत भी की थी.
अखिलेश यादव ने 27 जनवरी 2025 को अपने एक्स हैंडल पर भी महाकुंभ यात्रा की तस्वीरें साझा की थीं.