उत्तरप्रदेश का पुराना वीडियो राजस्थान का बताकर सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल
बूम को राजस्थान के भीलवाड़ा के पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि वायरल वीडियो यहां का नहीं है और किया जा रहा दावा गलत है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल है जिसमें एक पुलिसकर्मी कुछ लोगों को बेरहमी से पीट रहा है. सोशल मीडिया यूजर्स इसे राजस्थान के भीलवाड़ा का बताकर शेयर कर रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल सांप्रदायिक दावा गलत है. वायरल वीडियो साल 2022 का उत्तरप्रदेश के सहारनपुर का है.
गौरतलब है कि बीते 25 अगस्त को राजस्थान के भीलवाड़ा में एक मंदिर के बाहर गाय की कटी पूंछ मिलने के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी. इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन भी किया था. पुलिस को स्थिति संभालने के लिए लाठीचार्ज भी करना पड़ा था. हालांकि, बाद में पुलिस ने इस घटना के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो को पोस्ट करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'ये है राजस्थान की सरकार, पुलिस अपने पूरे कार्यक्रम के साथ चालू है. राजस्थान के भीलवाड़ा में 25 अगस्त 24 को गाय की पूंछ काटकर मंदिर के दरवाजे पर फेंकने वाले शांति समुदाय के 8 भटके हुए नौजवानों की मेहमाननवाजी कुछ इस तरह की राजस्थान पुलिस ने. खातिरदारी ठीक रही ना?' (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर भी यह वीडियो इसी दावे के साथ वायरल है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
वायरल वीडियो की हिंसात्मक प्रकृति के कारण हम स्टोरी में इसका इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं.
फैक्ट चेक: वायरल वीडियो राजस्थान का नहीं, बल्कि उत्तरप्रदेश का है
सोशल मीडिया पर राजस्थान के भीलवाड़ा में पुलिस द्वारा मंदिर के सामने गाय की पूंछ फेंकने वाले को पीटने के दावे से एक वीडियो वायरल है. बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है.
वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने जब इसके बाद इसके अलग-अलग कीफ्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें न्यूज वेबसाइट Navbharattimes.com पर इससे जुड़ी 17 जून 2022 की एक रिपोर्ट मिली.
इस रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तरप्रदेश के सहारनपुर में बीजेपी की निष्कासित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान के बाद सहारनपुर में कुछ युवकों ने तोड़फोड़ की थी, जिसके बाद पुलिस ने कुछ युवकों को हिरासत में लेकर उसके साथ मारपीट की थी.
इसके बाद इससे जुड़े कीवर्ड को यूट्यूब पर सर्च करने पर हमें न्यूज चैनल आजतक के यूट्यूब चैनल पर इससे जुड़ी एक रिपोर्ट मिली.
इस रिपोर्ट के डिस्क्रिप्शन में लिखा गया था, 'सहारनपुर में हिंसा फैलाने वाले आरोपियों को पुलिस लगातार गिरफ्तार कर रही है, इस बीच पत्थरबाजी करने वालों पर पुलिस की कार्रवाई का एक वीडियो सामने आया है. ये वीडियो सहारनपुर नगर कोतवाली का बताया जा रहा है, जहां कल के प्रदर्शन के बाद हिरासत में लिए गए आरोपियों पर पुलिस का डंडा चला. हालांकि, पुलिस अधिकारी ऐसे किसी वीडियो की जानकारी से इनकार कर रहे हैं और जांच की बात कह रहे हैं.' इस रिपोर्ट में भी वायरल वीडियो को देखा जा सकता है.
बूम ने वायरल दावे की सच्चाई के लिए भीलवाड़ा के पुलिस अधीक्षक (SP) राजन दुष्यंत से संपर्क किया. उन्होंने बूम से कहा, "वायरल वीडियो भीलवाड़ा का नहीं है. साथ ही उसके साथ किया जा रहा दावा भी पूरी तरह गलत है. हमारे यहां ऐसा कोई भी मामला नहीं आया है."
इसके अलावा हमें एक्स पर भीलवाड़ा पुलिस का एक वीडियो बयान भी मिला, जिसमें भीलवाड़ा के पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत (SP) घटना और आरोपियों की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी देते दिख रहे हैं.