सपा प्रत्याशी ने ठाकुरों और ब्राह्मणों को सड़क पर दौड़ाकर मारने की बात नहीं कही
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो एडिटेड है. राजेश यादव ने ठाकुर और ब्राह्मणों के बारे में ऐसा कोई बयान नहीं दिया है.
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के कटरा विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) उम्मीदवार राजेश यादव का एक एडिटेड वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. वायरल वीडियो के साथ दावा किया गया है कि राजेश यादव ने कहा है कि प्रदेश में सपा सरकार बनने पर ठाकुरों और ब्राह्मणों को दौड़ा-दौड़ा कर मारेंगे.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो एडिटेड है. राजेश यादव ने ठाकुर और ब्राह्मणों के बारे में ऐसा कोई बयान नहीं दिया है.
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बीजेपी यूपी प्रवक्ता प्रशांत उमराव ने ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा 'सपा प्रत्याशी राजेश यादव कह रहे हैं कि अखिलेश की सरकार आने पर ब्राह्मणों-ठाकुरों को दौड़ा-दौड़ाकर मारेंगे'.
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
एक अन्य ट्विटर यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा 'यह है कटरा विधानसभा समाजवादी पार्टी के नेता राजेश यादव का वोट मांगने का तरीका ठाकुरऔर पंडितों को दे रहे गाली इन पर तत्काल हो सकत कार्रवाई'.
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फ़ेसबुक पर वायरल
वायरल वीडियो को इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर व्यापक रूप से शेयर किया गया है.
एक दक्षिणपंथी फ़ेसबुक पेज ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा 'ये है शाहजहांपुर कटरा का नालायक सपा प्रत्याशी..**बोलता है सपा की सरकार बनने के बाद ब्राह्मण, बनिये, ठाकुरों को सड़कों पर दौड़ा दौडा कर मारेंगे...* *वोट डालते वक्त याद रखियेगा अगर वोट इनको दिया तो ये सपाई गुंडे हिन्दुओं का क्या हाल करेंगे'.
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो एडिटेड है. राजेश यादव ने ठाकुर और ब्राह्मणों के बारे में ऐसा कोई बयान नहीं दिया है.
हमने ट्विटर पर वायरल वीडियो के साथ किये गए एक ट्वीट के कमेंट सेक्शन को ध्यानपूर्वक देखा. इस दौरान हमने पाया कि एक ट्विटर यूज़र ने रिप्लाई करते हुए वायरल वीडियो का फ़ुल वर्ज़न शेयर किया और लिखा, "यह वीडियो एडिट किया हुआ है भाई साहब, ओरिजिनल वीडियो यह है"
2 मिनट 20 सेकंड के इस वीडियो में राजेश यादव को लोगों को संबोधित करते हुए कहते हुए सुना जा सकता है कि "बुधवाना के आसपास के बहुत लोग छुटभैया गुंडों से बहुत परेशान होंगे आप लोग. इस क्षेत्र में 2-2 पैसे के लफंगों ने इतना परेशान कर दिया है कुछ कार्यकर्ताओं को, कुछ लोगों को, क्षेत्र के लोगों को. लोगों का जीना हराम कर दिया है. हम आपको विश्वास दिलाना चाहते हैं कि जिस दिन भी समाजवादी पार्टी की सरकार होगी, सड़कों पर दौड़ा दौड़ा कर मारने का काम समाजवादी पार्टी के लोग करेंगे. हम आप लोगों से साफ-साफ कहना चाहते हैं, हमने ना कभी गुंडागर्दी की है और ना गुंडागर्दी बर्दाश्त की है. हमने कभी भी कांछी को कछेटा नहीं कहा, अहिर को अहिरता नहीं कहा, ठाकुर को ठाकुरता नहीं कहा, पंडित को पंडिता नहीं कहा. हर एक का अपना अलग सम्मान होता है...."
वीडियो के इसी हिस्से को कांटछांट किया गया है और वाक्यों को आगे पीछा करके 9 सेकंड का एडिटेड वीडियो तैयार किया गया है.
इसी ट्वीट के कमेंट सेक्शन में ही हमें शाहजहांपुर पुलिस का ट्वीट मिला जिसमें बताया गया है कि 'वीडियो को एडिट कर भ्रामकता फैलाने' के सम्बंध में थाना सदर बाज़ार पर अभियोग पंजीकृत कराया गया है.
इसके बाद हमने इस संबंध में मीडिया रिपोर्ट्स खोजी. इस दौरान दैनिक भास्कर और दैनिक जागरण पर क्रमशः 9 और 10 फ़रवरी को प्रकाशित रिपोर्ट मिलीं. इसमें बताया गया कि शाहजहांपुर के कटरा विधानसभा सीट से सपा उम्मीदवार राजेश यादव का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें उन्होंने दो जातियों के ख़िलाफ़ अपमानजनक बातें कही.
दैनिक भास्कर की वीडियो रिपोर्ट में राजेश यादव ने कहा कि उनका वीडियो एडिट करके वायरल किया गया है. वो सबका सम्मान करते हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि सपा उम्मीदवार के वकील ने थाना सदर बाज़ार में वीडियो वायरल करने वालों के ख़िलाफ़ तहरीर दी है.
बूम ने सदर थाना एसओ से संपर्क किया जिसमें उन्होंने बताया कि फ़िलहाल जांच चल रही है. वीडियो को साइबर सेल भेजा गया है. वहां से रिपोर्ट आनी बाक़ी है. तहरीर के आधार पर एफ़आईआर दर्ज कर ली गई है.
उन्होंने बूम के साथ एफ़आईआर कॉपी भी साझा की है जिसमें एक पत्रकार सहित 6 लोगों व अन्य अज्ञात के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है.
जांच के दौरान हमें फ़ेसबुक पर राजेश यादव का वीडियो मिला जिसमें वो वायरल वीडियो के संबंध में स्पष्टीकरण देते नज़र आते हैं. वीडियो में राजेश यादव वायरल वीडियो को एडिटेड करार दिया है. यहां और यहां देखें.
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