राहुल गांधी के कोलंबिया यूनिवर्सिटी में दिए भाषण की क्रॉप्ड वीडियो भ्रामक दावे से वायरल
बूम ने पाया कि राहुल गांधी इन्फ्लुएंसर्स को सोशल मीडिया पर निर्भर न रहने की सलाह दे रहे थे.

बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला सहित कई सोशल मीडिया यूजर कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का एक वीडियो सोशल मीडिया शेयर करते हुए कह रहे हैं कि राहुल गांधी मानते हैं कि उनके फॉलोअर्स और विचार ऑर्गेनिक या भारतीय नहीं हैं.
वायरल वीडियो में राहुल गांधी कहते हैं कि मेरी सोशल मीडिया पर अच्छी-खासी मौजूदगी है, लेकिन मैं उस पर भरोसा नहीं करूंगा, ये सब बकवास है.
बूम ने जांच में पाया कि राहुल गांधी का यह वायरल वीडियो क्रॉप्ड है और उनके बयान को भ्रामक संदर्भ में शेयर किया जा रहा है. वीडियो के बड़े हिस्से को देखने से पता चलता है कि वह इन्फ्लुएंसर मार्केट में काम करने वाले लोगों को समझा रहे थे कि वह सोशल मीडिया के फॉलोवर्स पर भरोसा करने के बजाए अपनी स्किल्स को मजबूत करने पर ध्यान दें.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
शहजाद पूनावाला ने अपने एक्स अकाउंट से इस वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा, ‘मेरी सोशल मीडिया पर अच्छी-खासी मौजूदगी है, लेकिन मैं उस पर भरोसा नहीं करूंगा. ये सब बकवास है- राहुल गांधी मानते हैं कि उनके फॉलोअर्स और विचार ऑर्गेनिक या भारतीय नहीं हैं. कोई भी दिन ऐसा नहीं जाता जब उन्हें शर्मिंदगी का सामना न करना पड़े.'
फेसबुक पर भी एक यूजर ने इस वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए यही दावा किया.
पड़ताल में क्या मिला:
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वीडियो से संबंधित मीडिया रिपोर्ट सर्च कीं तो हमें राहुल गांधी के इस भाषण की कई मीडिया रिपोर्ट मिलीं. हमें द हिंदू के यूट्यूब चैनल पर 2 घंटा 36 का एक स्पीच मिला. राहुल गांधी ने 30 सितंबर 2025 को कोलंबिया स्थित ईआईए यूनिवर्सिटी में अपना यह भाषण दिया था. यह वीडियो क्लिप इसी कार्यक्रम की है.
हमने द हिंदू के यूट्यूब चैनल पर शेयर किए गए इस राहुल गांधी के इस पूरे स्पीच को देखा तो पाया कि उन्होंने इस तरह की कोई बात नहीं कही थी कि वो अपने फॉलोअर्स और विचार को ऑर्गेनिक या भारतीय नहीं मानते हैं.
हमने यह भी पाया कि वह इन्फ्लुएंसर का काम करने वाले लोगों को समझा रहे थे कि वह सोशल मीडिया के फॉलोवर्स पर भरोसा करने के बजाए अपनी दो तीन स्किल मजबूत पर ध्यान दें. इसी पर वह अपना उदाहरण दे रहे थे कि सोशल मीडिया पर उनका बड़ी मौजूदगी होने के बावजूद वो उस पर भरोसा नहीं करते.
इस बातचीत के साथ वायरल वीडियो वाले हिस्से को 1:02:26 से 1:03:46 के बीच के टाइमफ्रेम पर देखा जा सकता है.
वीडियो में 1:02:26 के टाइमफ्रेम से राहुल गांधी कहते हैं, (हिंदी अनुवाद) -
“जो लोग इन्फ्लुएंसर वाला काम कर रहे हैं, मेरा व्यक्तिगत नजरिया यह है कि इसका आंनद लो पर हां प्लीज उस पर निर्भर मत रहो क्योंकि यह चीज गायब हो जाने वाली है. ये एक अस्थायी घटना है. ये सुनिश्चित करो कि तुम्हारे पास कोई मजबूत और भरोसेमंद स्किल हो, जिस पर तुम हमेशा निर्भर कर सको और जो वाकई उपयोगी हो. तुम जितने ज्यादा अपने काम में विशेषज्ञ और यूनिक बनोगे, जितना हुनरमंद होगे, तुम्हारे लिए आगे बढ़ना उतना ही आसान होगा.
अगर तुम एक डॉक्टर हो, तो पक्का करो कि तुम्हारे पास कोई ऐसी स्पेशलाइजेशन हो जो और किसी के पास न हो क्योंकि शायद तुम पहली पीढ़ी हो जो अपनी उस स्किल को दुनिया में कहीं भी बेच सकते हो. तुम्हें उसे सिर्फ कोलंबिया में बेचने की जरूरत नहीं है तुम चाहो तो उसे कहीं भी बेच सकते हो. तुम्हारे पास बड़े पैमाने पर मार्केटिंग और प्रोजेक्शन के टूल्स हैं.
लेकिन तुम्हें एक, दो या तीन कुछ ऐसे स्किल्स चाहिए होंगे जो तुम्हें अनोखा बनाते हों. मैं खुद का उदाहरण दूं तो मेरा सोशल मीडिया पर बड़ा प्रेजेन्स है लेकिन मैं उस पर भरोसा नहीं करूंगा. वो चीज बहुत हद तक दिखावा है. सावधान रहो.”


