राहुल गांधी ने नहीं किया फेसबुक- इंस्टा चलाने वालों को एक लाख रुपये का वादा, क्रॉप्ड वीडियो वायरल
बूम ने जांच में पाया कि राहुल गांधी कांग्रेस मेनिफेस्टो के 'पहली नौकरी पक्की गारंटी' की बात कर रहे थे जिसके तहत ग्रैजुएट-डिप्लोमा होल्डर को एक साल के लिए एक लाख रुपये मिलेंगे.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भाषण का एक हिस्सा इस दावे से वायरल है कि उन्होंने फेसबुक- इंस्टाग्राम चलाने वालो को एक लाख रुपये सालाना देने का वादा किया है. बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है. राहुल गांधी कांग्रेस घोषणापत्र के 'पहली नौकरी पहली गारंटी' पर बोल रहे थे जिसमें कांग्रेस शिक्षु (अप्रेंटिस) एक्ट, 1961 हटाकर राइट टु अप्रेंटिसशिप ऐक्ट लाने का वादा कर रही है. साथ ही 25 साल के कम उम्र के डिग्री- डिप्लोमा होल्डर को एक लाख रुपये देने की बात है.
वायरल वीडियो में राहुल गांधी कह रहे हैं, "हमारे जो युवा हैं जो आज सड़कों पर घूम रहे हैं, इंस्टाग्राम और फेसबुक देख रहे हैं.उनके बैंक अकाउंट में साल का एक लाख रुपया और महीने का 8,500 रुपया खटाखट-खटाखट-खटाखट हमारी सरकार डालेगी."
फेसबुक पर एक यूजर ने लिखा, "जो युवा सड़कों पर घूम रहे हैं, इंस्टाग्राम फेसबुक देख रहे हैं, उनके बैंक अकाउंट में साल का एक लाख, महीने का 8,500 ठका ठक" #Idea😜 अब 10–20 बच्चे पैदा करो, इंस्टा, फेसबुक चलाओ, सबके अकाउंट मे एक लाख साल का ठका ठक😅 काम धाम छोड़ो फेसबुक इंस्टा जोड़ो ----😂😂ठका ठक बच्चा पैदा करो 20 बच्चे ❌8500 = 170000 महीने का साल का जोड़ लो मित्रों ठका- ठक --?"
इसी तरह एक्स पर @doctorrichabjp हैंडल से लिखा गया, 'इंस्टाग्राम चलाओ फेसबुक चलाओ और 10-10 बच्चे पैदा करो कांग्रेस आएगी तो मिडिल क्लास और वेल्थ क्रिएटर्स की जेब से निकाल के सबको लखपति बनाएंगे.' आर्काइव लिंक
फैक्ट चेक
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो 20 अप्रैल 2024 को बिहार के भागलपुर में हुई कांग्रेस की जनसभा का है. यहां राहुल बेरोजगार ग्रैजुएट्स और डिप्लोमा धारकों को सालाना एक लाख रुपये देने की बात कर रहे थे जिसे भ्रामक दावे से शेयर किया जा रहा है.
वायरल दावे की जांच के लिए हमने कांग्रेस के यूट्यूब हैंडल को खंगाला. यहां हमें 21 अप्रैल 2024 को अपलोड किया गया 'खटाखट, खटाखट पैसा आपके बैंक में जाएगा' शीर्षक से एक वीडियो मिला. वीडियो में पहले राहुल गांधी महालक्ष्मी योजना की बात करते हैं जिसके तहत गरीब परिवार की महिला के बैंक अकाउंट में एक लाख रुपये सालाना और 8500 महीने का डालने का वादा है.
इसके बाद वीडियो में 2.15 मिनट से राहुल गांधी बेरोजगारी को लेकर प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हैं, "नरेंद्र मोदी जी ने हिंदुस्तान का बेरोजगारी का सेंटर बना रखा है. किसी भी युवा से पूछो कि क्या करते हो तो वह कहता है कि कुछ नहीं करते. 7-8 घंटे इंस्टाग्राम फेसबुक पर बैठे रहते हैं. जो लोग रोजगार देते थे उनके नोटबंदी और गलत जीएसटी से नरेंद्र मोदी ने खत्म कर दिया. इससे अब हिंदुस्तान में रोजगार पैदा नहीं हो सकता."
वीडियो में 3.41 मिनट पर राहुल कांग्रेस की पहली नौकरी पक्की पर बात करते हैं, "हिंदुस्तान के सारे के सारे ग्रैजुएट्स डिप्लोमा होल्डर्स को हम एक अधिकार देने जा रहे हैं.अप्रेंटिसशिप का अधिकार. मतलब हिंदुस्तान के हर युवा को पहली नौकरी का अधिकार हमारी अगली सरकार देने जा रही है. जैसे मनरेगा में रोजगार का अधिकार दिया, वैसे ही हम ग्रैजुएट्स को पहली नौकरी का अधिकार देंगे."
राहुल आगे कहते हैं, "पहली नौकरी का अधिकार मतलब हिंदुस्तान के सारे ग्रैजुएट्स और डिप्लोमा होल्डर उन सबको एक साल के लिए अप्रेंटिसशिप मिलेगी. एक लाख रुपये साल का, 8500 रुपये महीने का उनके बैंक अकाउंट में जाएगा. उनकी ट्रेनिंग होगी और पहले साल अच्छा काम किया तो उन्हें पर्मानेंट नौकरी मिलेगी."
कांग्रेस नेता ने कहा, "करोड़ों युवाओं को ट्रेनिंग मिलेगी और हिंदुस्तान को एक ट्रेंड वर्ल्ड फौज मिलेगी और हमारे जो युवा है जो आज सड़कों पर जो आज सड़कों पर घूम रहे हैं, इंस्टाग्राम और फेसबुक देख रहे हैं.उनके बैंक अकाउंट में साल का एक लाख रुपया और महीने का 8,500 रुपया खटाखट-खटाखट-खटाखट हमारी सरकार डालेगी."
बूम ने पाया कि वीडियो में 5.23 से 5.38 मिनट तक का हिस्सा क्रॉप्ड कर भ्रामक दावे से वायरल किया जा रहा है.
हमें राहुल के इस भाषण का पूरा वीडियो भी मिला, जिसमें बताया गया कि 20 अप्रैल 2024 को बिहार के भागलपुर में कांग्रेस की जनसभा हुई थी जिसमें राहुल गांधी ने कांग्रेस की गारंटियों के बारे में बताया था.
इसके बाद हमने कांग्रेस के मेनिफेस्टो में युवाओं की पहली नौकरी की गारंटी के बारे में पढ़ा. इसमें युवाओं के लिए न्याय के पहले पॉइंट में 'पहली नौकरी पक्की गारंटी' का जिक्र है. इसमें बताया गया कि कांग्रेस शिक्षु (अप्रेंटिस) एक्ट 1961 को हटाकर प्रशिक्षुता (अप्रेंटिसशिप) अधिकार अधिनियम लाएगी. यह कानून 25 साल से कम उम्र के प्रत्येक डिप्लोमा धारक या कॉलेज स्नातक के लिए निजी और सरकारी क्षेत्र की कंपनी में एक साल का अप्रेंटिसशिप कार्यक्रम प्रदान करेगा. इसके तहत हर प्रशिक्षु को एक साल के लिए एक लाख रुपये का मानदेय दिया जाएगा.