राहुल गांधी ने हिंदुओं पर कार्रवाई की बात नहीं कही, वीडियो क्रॉप्ड है
बूम ने पाया कि राहुल का बयान अधूरा है. मूल वीडियो में वह ईडी, सीबीआई और चुनाव आयोग पर निशाना साध रहे हैं.
सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक क्रॉप्ड वीडियो वायरल है, जिसे शेयर करते हुए यूजर्स दावा कर रहे हैं कि राहुल गांधी ने मीडिया के सामने स्वीकार किया कि बीजेपी की सरकार बदलने पर हिंदुओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है. राहुल गांधी अपने बयान में सीबीआई, ईडी और चुनाव आयोग पर निशाना साध रहे थे.
इलेक्टोरल बॉन्ड पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद चुनाव आयोग ने 14 मार्च 2024 को सभी राजनीतिक पार्टियों को मिले चंदे का ब्योरा दिया था जिसमें बीजेपी को सबसे अधिक डोनेशन मिलने का जिक्र था. इसके बाद राहुल गांधी ने 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के अंतिम दिन 15 मार्च 2024 को महाराष्ट्र के ठाणे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी.
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड को दुनिया में भ्रष्टाचार और घोटाला का सबसे बड़ा माध्यम बताया था और साथ ही केंद्रीय जांच एजेंसियों और चुनाव आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'राहुल खान खुद बोल रहा है मीडिया के सामने कि हिंदुओं को सोचना चाहिए कि कभी ना कभी तो बीजेपी की सरकार बदलेगी. फिर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. और ऐसी कार्रवाई होगी कि वे फिर जिंदगी भर याद रखेंगे.' (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर भी यह वीडियो इसी दावे के साथ वायरल है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
फैक्ट चेक: CBI, ED पर बोल रहे थे राहुल
सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का अधूरा वीडियो फर्जी दावे के साथ वायरल है. बूम ने अपनी जांच में पाया कि राहुल केंद्रीय एजेंसियों की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे थे.
बूम ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए जब वीडियो के अलग-अलग कीफ्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें न्यूज चैनल News24 के यूट्यूब चैनल पर इसकी वीडियो रिपोर्ट मिली.
इसके अलावा हमें कांग्रेस के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का पूरा वीडियो मिला. प्रेस कॉन्फ्रेंस के सबसे आखिर में 16.30 मिनट पर एक पत्रकार राहुल गांधी से पूछते हैं, "इलेक्ट्रॉल बॉन्ड के माध्यम से जिस जिस कंपनियों ने आपको फंड किया है उनके भी नाम सामने आए हैं. क्या आपको लगता है कि ईडी और सीबीआई के माध्यम से उन्हें भी टारगेट किया जा सकता है?"
राहुल ने सरकारी एजेंसियों को बीजेपी का हथियार बताया
इसके जवाब में राहुल गांधी राहुल गांधी कहते हैं, "सीबीआई और ईडी जैसी चीज नहीं है, वो बीजेपी का औजार है. वो बीजेपी के कंट्रोल में है. हिंदुस्तान में जो हमारे इंस्टीट्यूशन्स हुआ करते थे, वो इंस्टीट्यूशन्स आज हिंदुस्तान के नहीं हैं. चाहे वो इलेक्शन कमीशन हो, सीबीआई हो या फिर ईडी हो."
इलेक्टोरल बॉन्ड के खुलासे को लेकर राहुल आगे कहते हैं, "ये सब अब बीजेपी-आरएसएस के हथियार हैं. ये हिंदुस्तान के इंस्टीट्यूशन नहीं रहें. ये जो हो रहा है, इसलिए हो पा रहा है. अगर ये इंस्टीट्यूशन अपना काम करते तो यह नहीं होता. तो उनको यह भी सोचना चाहिए, जो यह सब कर रहे हैं, किसी न किसी दिन बीजेपी की सरकार जाएगी, उस दिन कार्रवाई होगी. और ऐसी कार्रवाई होगी कि मैं गारंटी लेता हूं कि यह फिर कभी नहीं होगा."
हमने वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत से भी बात की. उन्होंने भी इस वीडियो को अधूरा और इसके साथ किए जा रहे दावे को गलत बताया.