पुलिस हिरासत में मुस्कुराती दिख रहीं महिला पहलवानों की यह तस्वीर एडिटेड है
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर एडिटेड है, यह तस्वीर फ़ोटो एडिटिंग ऐप “फेस ऐप (Face App)” से तैयार की गई है.
बीते 28 मई को नई संसद भवन की तरफ़ जाने से पहले ही दिल्ली पुलिस द्वारा महिला पहलवानों विनेश फ़ोगाट और संगीता फोगाट को हिरासत में लिए जाने की एक तस्वीर काफ़ी वायरल हो रही है. वायरल तस्वीर में दोनों ही पहलवान और उनके साथ मौजूद कुछ लोग पुलिस हिरासत में मुस्कुराते हुए दिख रहे हैं.
वायरल तस्वीर को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए यह दावा किया जा रहा है कि “प्रदर्शनकारी पहलवानों का असल चेहरा यही है, ये लोग सिर्फ़ नाटक कर रहे थे”.
हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर एडिटेड है. यह तस्वीर फ़ोटो एडिटिंग ऐप “फेस ऐप (Face App)” से तैयार की गई है. असल तस्वीर में दोनों ही पहलवान और उनके पीछे बैठे लोग नहीं मुस्कुरा रहे थे.
बीते 21 अप्रैल को दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में बृज भूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ यौन शोषण की शिकायत नहीं दर्ज किए जाने के बाद पहलवानों ने जंतर मंतर पर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था. हालांकि सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद दिल्ली पुलिस ने बृज भूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ पॉक्सो जैसे गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया. पहलवानों के इस प्रदर्शन को कई किसान संगठनों, खाप पंचायतों और राजनीतिक दलों का भी समर्थन मिला.
बीते रविवार को नई संसद भवन के उद्घाटन के दौरान प्रदर्शनकारी पहलवानों ने भी वहां महिला पंचायत का आह्वान किया था. इसके लिए पंजाब, हरियाणा और उत्तरप्रदेश से कई लोग दिल्ली की तरफ़ कूच कर रहे थे. लेकिन पुलिस ने बाहर से आने वाले लोगों को दिल्ली के अलग अलग बॉर्डरों पर ही रोक दिया. वही प्रदर्शनकारी पहलवानों को भी जंतर मंतर से आगे पर बढ़ने पर हिरासत में ले लिया गया. हिरासत में लिए जाने के बाद पुलिस ने चल रहा प्रदर्शन भी जबरन समाप्त करा दिया.
ट्विटर यूज़र अशोक पंडित ने कांग्रेस नेता राज बब्बर द्वारा पहलवानों के पक्ष में किए गए एक ट्वीट के जवाब में वायरल तस्वीर शेयर किया. वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा “आदरणीय राज जी सड़क पर ड्रामा करने के बाद यह इनका असली चेहरा ! यह एक टूल किट का हिस्सा बन चुके हैं जो अपने देश को तोड़ने का काम करते हैं ! देश का गर्व आज एक पतन पर”.
वहीं भाजपा नेता शिवम् त्यागी ने भी वायरल तस्वीर को ट्वीट करते हुए कैप्शन दिया है, “क्या स्पोर्ट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (NSFOI) एक्टिंग क्लासेस भी देती है ?”
इसके अलावा यह तस्वीर फ़ेसबुक पर इसी तरह के दावे वाले कैप्शन के साथ वायरल है.
फ़ेसबुक पर वायरल तस्वीर से जुड़े पोस्ट्स आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल तस्वीर की पड़ताल के लिए सबसे पहले अशोक पंडित द्वारा किए गए उस ट्वीट के रिप्लाई सेक्शन को खंगाला तो पाया कि कई यूज़र्स से इसे एडिटेड बताते हुए दूसरी तस्वीर शेयर की थी, जिसमें दोनों ही महिला पहलवान और उसमें मौजूद अन्य लोग नहीं मुस्कुरा रहे थे. हालांकि अशोक पंडित का यह ट्वीट अब डिलीट हो चुका है.
इसके बाद हमने प्रदर्शनकारी पहलवान बजरंग पूनिया का सोशल मीडिया अकाउंट खंगाला तो पाया कि उन्होंने 28 मई को एक फ़ेसबुक पोस्ट किया था. जिसमें उन्होंने वायरल तस्वीर को फ़र्ज़ी बताते हुए असल तस्वीर भी शेयर की थी. साथ ही उन्होंने पोस्ट में लिखा था कि “IT Cell वाले ये झूठी तस्वीर फैला रहे हैं. हम ये साफ़ कर देते हैं की जो भी ये फ़र्ज़ी तस्वीर पोस्ट करेगा उसके ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज की जाएगी”.
इसके बाद हमने यह पता लगाने कोशिश की, कि वायरल तस्वीर को किस एडिटिंग ऐप की मदद से तैयार किया गया है. इसके लिए हमने कई अन्य ऐप की मदद से असल तस्वीर में दिख रहे दोनों पहलवानों और अन्य लोगों के चेहरे पर मुस्कराहट लाने की कोशिश की. इसी दौरान जब हमने “फेस ऐप (Face App)” पर असल तस्वीर को एडिट किया तो हमें वायरल तस्वीर से पूरी तरह मेल खाने वाली तस्वीर मिली. आप नीचे मौजूद वीडियो के माध्यम से इसी पूरी प्रक्रिया को समझ सकते हैं.
नीचे मौजूद कोलाज में आप वायरल तस्वीर और बूम द्वारा तैयार की गई एडिटेड तस्वीर के बीच की समानता को समझ सकते हैं.
इस दौरान हमने यह भी पता लगाया कि वायरल तस्वीर में संगीता और विनेश फ़ोगाट के अलावा कौन कौन मौजूद हैं तो धरने में शामिल एक पहलवान ने तीन लोगों को पहचानते हुए हमें बताया कि "ये अशोक, गगनदीप और विशाल हैं".
हमने अपनी जांच के दौरान विनेश फ़ोगाट और संगीता फ़ोगाट से भी संपर्क करने की कोशिश की है, उनका जवाब आने पर स्टोरी को अपडेट किया जाएगा.