पुलिस द्वारा 'जय श्री राम' के नारे लगाने का वीडियो गलत दावे के साथ वायरल
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो बिहार के गोपालगंज जिले का है. वीडियो में 'जय श्री राम' के नारे लगाते हुए नज़र आ रहे पुलिस अधिकारी एसडीपीओ अनुराग कुमार हैं.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफ़ी वायरल है. वीडियो में कुछ लोगों की भीड़ और साथ में कुछ पुलिस एक मस्जिद के आगे से गुजरते दिखाई दे रहे हैं. वायरल वीडियो में एक पुलिस अधिकारी को माइक लेकर भीड़ के आगे ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हुए देखा और सुना जा सकता है.
वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि बिहार की राजधानी पटना में गणेश चतुर्थी की यात्रा पर हुए पथराव की प्रतिक्रिया में पुलिस अधिकारी मस्जिद के आगे 'जय श्री राम' के नारे लगा रहे हैं.
दरअसल, 28 और 29 सितंबर को देश के अलग अलग हिस्सों में निकाली गई गणेश प्रतिमा विसर्जन यात्रा में कुछ जगहों पर हिंसक झड़पें हुई थीं. उसी संदर्भ में यह वीडियो वायरल किया जा रहा है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो बिहार की राजधानी पटना का नहीं, बल्कि बिहार के गोपालगंज जिले का है. वीडियो में 'जय श्री राम' का नारा लगाते हुए नज़र आ रहे पुलिस अधिकारी हथुआ के एसडीपीओ अनुराग कुमार हैं.
एक फे़सबुक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा "वाह क्या वीडियो है मजा आ गया यह दृश्य देखकर ये पटना की वो मस्जिद है. जहां अभी दो दिन पहले गणेश चतुर्थी की यात्रा पर पथराव हुआ था. देखो ये शेर पुलिस वाला मस्जिद के सामने #जय_श्री_राम के जयकारे लगा रहा है....! वाह...बहुत खूब...बहुत खुब...👌👍👌"
X (पूर्व में ट्विटर) पर भी इसी दावे के साथ ये वीडियो वायरल हो रहा है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो बिहार की राजधानी पटना का नहीं, बल्कि बिहार के गोपालगंज जिले का है. वीडियो में 'जय श्री राम' का नारा लगाते हुए नज़र आ रहे पुलिस अधिकारी एसडीपीओ अनुराग कुमार हैं.
बूम ने वीडियो की पड़ताल के लिए सबसे पहले दावे से सम्बंधित कीवर्ड्स कीवर्ड्स से सर्च किया. हमें एबीपी न्यूज़ की 2 अक्टूबर की एक वीडियो रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया है कि यह घटना बिहार के गोपालगंज में महावीरी अखाड़ा जुलूस में दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प का है. घटना गोपालगंज में हथुआ थाना क्षेत्र के चिकटोली मस्जिद के पास की है. इस झड़प और पत्थरबाजी में 6 लोग बुरी तरह घायल हो गए थे. घटना के बाद मौके पर SDM, SDPO समेत कई थानों की पुलिस बल को तैनात किया गया था.
कई अन्य मीडिया आउटलेट ने भी इस ख़बर को प्रकाशित किया था.
इस घटना के सम्बंध में हमें गोपालगंज पुलिस के अधिकारिक एक्स हैंडल पर पुलिस अधीक्षक कार्यालय की 2 अक्टूबर की एक प्रेस विज्ञप्ति भी मिली. जिसमें बताया गया कि 01 अक्टूबर को हथुआ थाना अंतर्गत महावीरी जुलूस अखाड़ा का आयोजन किया गया था.
जुलूस के दौरान चिकटोली मोहल्ला स्थित मस्जिद के पास दो समुदाय के बीच झड़प हो गई थी जिसमें कुछ लोग जख्मी भी हो गए थे. प्रेस विज्ञप्ति में इस घटना और उस पर की जा रही कार्यवाई के बारे में विस्तार से बताया गया है कि 15-20 दोषियों को हिरासत में लिया गया है. कुछ दोषी गिरफ्तारी के भय से फरार चल रहे हैं, उनकी भी जल्द गिरफ्तारी की जायेगी.
पुलिस अधिकारी द्वारा नारे लगाने के सम्बंध में भी गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक कार्यालय ने 02 अक्टूबर को ही एक अन्य प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि भीड़ के उग्र हो जाने पर, नाजुक स्थिति को देखते हुए हथुआ के SDPO अनुराग कुमार ने यह नारे लगाए थे.
प्रेस विज्ञप्ति में आगे यह भी लिखा है कि पुलिस की वर्दी में धार्मिक नारे लगाना अनुचित प्रतीत होता है, पूरे मामले की जांच कराकर वरीय पदाधिकारी को सूचित किया जायेगा.
इसके अलावा हमने पटना में गणेश प्रतिमा विसर्जन यात्रा में पथराव से संबधित कीवर्ड्स से सर्च किया तो हमें ऐसी कोई भी न्यूज़ रिपोर्ट नहीं जो इस दावे की पुष्टी करती हो.
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