तेलंगाना की पुरानी तस्वीर पश्चिम बंगाल में मस्जिद की सफ़ाई करते पुलिसकर्मियों के दावे से वायरल
बूम ने पाया कि यह तस्वीर 2016 में तेलंगाना की है जब पुलिस ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत सभी धार्मिक स्थलों पर सफ़ाई अभियान चलाया था.
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर इस दावे के साथ शेयर की जा रही है कि पश्चिम बंगाल में पुलिसकर्मियों से मस्जिद की सफ़ाई करवाई जा रही है ताकि लोग नमाज़ अदा कर सकें. इस तस्वीर के ज़रिये ममता बनर्जी पर निशाना साधा जा रहा है, साथ ही यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि पश्चिम बंगाल में हिंदुओं की स्थिति क्या रह गई है.
हालांकि, बूम की जांच में सामने आया कि यह तस्वीर 2016 में तेलंगाना की है जब पुलिस ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत मंदिर, मस्जिद सहित धार्मिक स्थलों पर सफ़ाई अभियान चलाया था.
वायरल तस्वीर में चार पुलिसकर्मी पानी के पाइप से सफाई करते नजर आ रहे हैं, जबकि मुस्लिम समुदाय के लोग खड़े होकर उन्हें देख रहे हैं.
इस तस्वीर को एक कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है, “आपने कभी पुलिस को देखा है मन्दिर साफ करते हुए ? नहीं न? बंगाल की पुलिस मस्जिद साफ कर रही है नमाज के लिए। और मुसलमान इस फोटो को फॉरवर्ड कर के ये बोल रहे है को देखो हिँदुवो और भारत के पुलिस की औकात आप भी देखिये 44 4 और इस पोस्ट को फैला दीजिए...लोगो ककॊ भी पता चले कॊ ममता बनर्जी के राज्य में पुलिस की इतनी ही औकात है! भगवान ही मलिक है हिन्दूवो का और इस देश का.”
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने तस्वीर के साथ किये जा रहे दावे की सत्यता जांचने के लिए तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च की मदद से खोजना शुरू किया तो हमें यह ए.के न्यूज़ के फ़ेसबुक पेज पर 8 जून, 2016 को 4 तस्वीरों का एक सेट पोस्ट हुई मिली.
इन तस्वीरों के साथ कैप्शन में बताया गया था, “भैंसा में रमज़ान के मौक़े पर मस्जिद पंजेशा मरकज़ में भैंसा पुलिस की जानिब से सफ़ाई का काम.”
तस्वीर में, पीछे एक घर पर ‘एसके टॉयज..” का बोर्ड दिखाई देता है, जिसे हमने गूगल मैप्स की मदद से लोकेट करने की कोशिश की. इस दौरान हमने पाया कि एसके टॉयज वर्ल्ड की दुकान पंजेशा मस्जिद की गली के ठीक सामने मौजूद है, जिससे पुष्टि होती है कि वायरल तस्वीर आदिलाबाद ज़िले के भैंसा में स्थित पंजेशा मस्जिद की है.
इसके अलावा, जून, 2016 को कई फ़ेसबुक पेजों पर मस्जिद की सफ़ाई करते हुए पुलिसकर्मियों की कई तस्वीरें भी पोस्ट की गईं, जिसमें बताया गया था कि ये तस्वीरें आदिलाबाद, तेलंगाना की हैं. यहां और यहां देखें.
हमें तेलंगाना स्टेट पुलिस के वेरीफाईड फ़ेसबुक पेज पर 20 जून, 2016 का एक पोस्ट मिला, जिसमें तीन तस्वीरें शेयर की गई थीं. इस पोस्ट में स्थानीय पुलिस मंदिरों की सफाई करते हुए और एक पेड़ लगाते हुए दिखाई दे रही थी. कैप्शन में बताया गया है कि भैंसा के पुलिस उपाधीक्षक, सीआई मुधोले, तनूर, लोकेश्वरम के पुलिस अधिकारियों ने स्वच्छ भारत कार्यक्रम आयोजित किया और मंदिरों और मस्जिदों की सफाई की और पौधे लगाए.
हमने अपनी जांच के दौरान “तेलंगाना पुलिस स्वच्छ भारत अभियान” जैसे कीवर्ड्स के साथ की खोज की तो ईटीवी तेलंगाना द्वारा अपलोड किया गया 2016 का यूट्यूब वीडियो मिला, जिसमें पुलिस को सड़कों, मस्जिदों और मंदिरों की सफ़ाई करते दिखाया गया था.
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि पुलिस ने "मंदिरों, मस्जिदों और अन्य धार्मिक स्थलों" सहित विभिन्न स्थानों पर स्वच्छ भारत अभियान चलाया. उसी वीडियो में 23 सेकंड की समयावधि पर हम पुलिस को एक मंदिर की सफ़ाई करते हुए देख सकते हैं.
बता दें कि भैंसा अब निर्मल पुलिस क्षेत्राधिकार के अंतर्गत है, पहले आदिलाबाद ज़िला पुलिस की सीमा के अंतर्गत था.
पुलिस ने 2016 में स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वच्छता अभियान का नेतृत्व किया था और मंदिरों सहित सभी धर्मों के प्रार्थना स्थलों की साफ़-सफ़ाई की थी.
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