AIMIM को वोट देने के लिए कहने वाला पीएम मोदी का वायरल वीडियो एडिटेड है
बूम ने पाया कि पीएम मोदी के भाषण के साथ छेड़छाड़ की गई है. मूल वीडियो में वह AIMIM को नहीं बल्कि भाजपा को वोट देने की बात कर रहे हैं.
सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिद्वंदी पार्टी, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) को वोट देने के लिए कहते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो वायरल है. वीडियो में पीएम मोदी कहते दिख रहे हैं, "..तेलंगाना कहा रहा है, कांग्रेस नक्को, बीआरएस नक्को, बीजेपी नक्को, AIMIM को ईच वोट देंगे. AIMIM को जिताएंगे.."
बूम ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल वीडियो एडिटेड है. मूल वीडियो में वह AIMIM को नहीं भाजपा को वोट देने की बात कर रहे हैं.
फेसबुक पर वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'मोदी ने हैदराबाद में AIMIM को किया सपोर्ट.'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
एक्स पर भी यह वीडियो इसी समान कैप्शन के साथ वायरल है.
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक
बूम ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा झूठा है. पीएम मोदी के भाषण के साथ कांट-छांट की गई है. मूल वीडियो में पीएम मोदी को यह कहते सुना जा सकता है कि तेलंगाना भाजपा को ही वोट देगा.
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने प्रधानमंत्री के इस वायरल भाषण से संबंधित कीवर्ड्स को गूगल सर्च किया. इसके जरिए हमें भाजपा के आधिकारिक फेसबुक पेज 10 मई 2024 का शेयर किया गया एक लाइव वीडियो मिला.
इस लाइव वीडियो के कैप्शन में बताया गया कि प्रधानमंत्री मोदी ने हैदराबाद, तेलंगाना में एक जनसभा को संबोधित किया. हमने पाया इस वीडियो से वायरल वीडियो के विजुअल्स मेल खाते हैं.
इस मूल वीडियो में 3 मिनट 26 सेकंड के बाद पीएम मोदी को हैदराबाद की स्थानीय भाषा दक्खिनी में कहते सुना जा सकता है, "तेलंगाना कह रहा है कांग्रेस नक्को, बीआरएस नक्को, एमआईएम नक्को, बीजेपी को इच वोट देंगे, बीजेपी को जिताएंगे.."
बीजेपी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी अपलोड किए एक वीडियो में 12 मिनट 15 सेकंड के बाद यह हिस्सा देखा जा सकता है.
इससे स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री के भाषण में बीजेपी की जगह AIMIM को जोड़ा गया है. मूल वीडियो में पीएम मोदी कहीं भी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM का समर्थन नहीं कर रहे हैं.
आपको बताते चलें कि पीएम मोदी 10 मई 2024 को तेलंगाना के हैदराबाद में एक रैली को संबोधित करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) समेत अन्य विपक्षी दलों पर झूठे वादे करने और तेलंगाना को लूटने का आरोप लगाया.