महागठबंधन के 'बिहार बंद' में पप्पू यादव को धक्का देने के दावे से वायरल फोटो का सच
बूम ने जांच में पाया कि पप्पू यादव की वायरल तस्वीर 22 दिसंबर 2020 को तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पटना में विरोध प्रदर्शन की है.

बिहार में 9 जुलाई 2025 को महागठबंधन के 'बिहार बंद' से जोड़कर पूर्णिया सांसद पप्पू यादव की एक तस्वीर वायरल है. दावा है कि बिहार बंद के दौरान महागठबंधन के विरोध मार्च में शामिल होने पहुंचे सांसद पप्पू यादव को धक्के मारे गए जिससे वह सड़क पर गिर पड़े.
बूम ने जांच में पाया कि पप्पू यादव की वायरल तस्वीर 22 दिसंबर 2020 को तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पटना में हुए विरोध प्रदर्शन की है.
बिहार में चुनाव आयोग द्वारा कराए जा रहे वोटर वेरिफिकेशन के विरोध में महागठबंधन (राजद, कांग्रेस, लेफ्ट और वीआईपी) ने 9 जुलाई 2025 को बिहार में चक्का जाम किया. बिहार बंद के दौरान राहुल गांधी, तेजस्वी यादव एवं अन्य नेताओं ने ट्रक पर सवार होकर एक विरोध मार्च भी निकाला.
इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने कथित तौर पर पूर्णिया सांसद पप्पू यादव और एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैया कुमार को इस ट्रक पर चढ़ने से रोक दिया था. इस घटना का वीडियो वायरल है. हालांकि पप्पू यादव ने धक्का दिए जाने या रोके जाने संबंधी दावे का खंडन किया है. इसी घटना से जोड़कर पप्पू यादव की एक पुरानी तस्वीर शेयर की जा रही है.
क्या है वायरल दावा :
बिहार बंद के दौरान पप्पू यादव को विरोध मार्च से अपमानित कर निकाल दिए जाने के दावे से पप्पू यादव की पुरानी तस्वीर वायरल है.
फेसबुक यूजर ने तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, 'बिहार के चुनावी माहौल में पूर्व बाहुबली एवं वर्तमान उभरते मसीहा नेता... कल बिहार बंद के दौरान राहुल गांधी, तेजस्वी के ट्रक पर पीछे से घुसपैठ करके चढ़ने के दौरान सुरक्षाकर्मियों द्वारा इस ढ़ाई कुंतल के वजनी इंसान पप्पू यादव को ढकेल दिया.' आर्काइव लिंक
एक्स पर भी यह तस्वीर मिलते-जुलते दावे के साथ वायरल है.
पड़ताल में क्या मिला :
2020 से इंटरनेट पर मौजूद है तस्वीर
वायरल तस्वीर की जांच के लिए हमने इसे रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें एक फेसबुक पेज द्वारा 22 दिसंबर 2020 को अपलोड की गई तस्वीर मिली, इसे किसान आंदोलन के समर्थन में पटना में पप्पू यादव के राजभवन मार्च से जुड़ा बताया गया है.
संबंधित कीवर्ड से सर्च करने पर हमें दूसरे एंगल से ली गई तस्वीर और घटना से जुड़ी न्यूज रिपोर्ट मिलीं.
कृषि कानूनों के विरोध प्रदर्शन में लिया था हिस्सा
प्रभात खबर की 23 दिसंबर 2020 की रिपोर्ट के अनुसार, तीन कृषि कानूनों के विरोध में पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी ने पटना में आंदोलन किया था. ये कानून बाद में केंद्र ने वापस ले लिए थे. पुलिस द्वारा की कई कार्रवाई के दौरान पप्पू यादव पुलिस बैरिकेडिंग के आगे सड़क पर गिर गए थे.
पुलिस ने किया था बल प्रयोग
एबीपी की 22 दिसंबर 2020 की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारी पटना सिटी के अगमकुंआ में पहाड़ी मोड़ पर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे थे. पप्पू यादव के नेतृत्व में जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने राजभवन की ओर कूच करने का प्रयास किया था, पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल और लाठीचार्ज करते हुए आंदोलनकारियों को वहीं रोक दिया था.
पप्पू यादव ने एपने एक्स हैंडल पर भी तस्वीरों को साझा करते हुए घटना की जानकारी दी थी.
बिहार बंद से जुड़े कार्यक्रम में पप्पू यादव सफेद टी-शर्ट और काली पैंट पहनकर पहुंचे थे जबकि वायरल तस्वीर में उनकी पोशाक अलग है.