गाज़ा के मेकअप कलाकारों का पुराना वीडियो इजरायल-हमास जंग से जोड़कर वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो मार्च 2017 में बनाई गई गाज़ा के मेकअप आर्टिस्ट्स पर केन्द्रित एक वीडियो रिपोर्ट का हिस्सा है.
इजरायल और हमास के बीच संघर्ष शुरू होने के बाद इससे जोड़कर अनेक वीडियो और तस्वीरें तरह-तरह के दावों से सोशल मीडिया पर तैर रही हैं. ऐसा ही फिलिस्तीन का बताकर एक वीडियो जिसमें कुछ महिलाएं और पुरुष मेकअप करवाते हुए नज़र आ रहे हैं, वायरल है.
वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि फिलिस्तीन के अभिनेता और अभिनेत्रियां इस तरह चोटिल होने का मेकअप कर प्रोपेगेंडा वीडियो शूट कर रहे हैं जिससे लोगों की सहानुभूति बटोर सकें. आगे कहा जा रहा है कि इसी तरह कट्टर इस्लामिक इकोसिस्टम काम करता है और यही फिलिस्तीनियों की सच्चाई है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो मार्च 2017 का है. इसका हालिया इजरायल-हमास संघर्ष ने कोई सम्बन्ध नहीं है.
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा,"फ़िलिस्तीनी अभिनेता और अभिनेत्रियाँ प्रोपेगेंडा वीडियो शूटिंग के लिए मेकअप कर रहे हैं। कट्टरपंथी इस्लामवादियों का इकोसिस्टम इसी तरह काम करता है। कुछ आतंकवादी ज़मीन पर बेगुनाहों की हत्या कर देते हैं और कुछ उन आतंकवादियों की सुरक्षा के लिए ज़मीन तैयार कर देते हैं।"
अन्य यूजर्स ने भी इस वीडियो को हाल का बताते हुए शेयर किया है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल वीडियो से कीफ्रेम निकालकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो 14 फ़रवरी 2019 को यूट्यूब पर अपलोड किया हुआ वीडियो मिला. वीडियो में चल रहे टिकर पर लिखा था "गाज़ा फ़िल्म इंडस्ट्री : लैंगिक सीमायें तोड़ते मेकअप आर्टिस्ट." वीडियो में कहा जा रहा कि मेकअप आर्टिस्ट मरियम सलह फ्रेंच चैरिटी के प्रोजेक्ट 'डॉक्टर्स ऑफ़ द वर्ल्ड' के लिए एक्टर्स के चेहरे पर भयानक दिखने वाले घाव बना रही हैं.
उपरोक्त जानकारी से मदद लेते हुए हमने सम्बंधित कीवर्ड्स से यूट्यूब पर सर्च किया. तुर्की का सरकारी ब्रॉडकास्टर सेवाएं देने वाला 'TRT World' के यूट्यूब चैनल पर 02 मार्च 2017 को वायरल वीडियो का लम्बा वर्जन मिला.
'फ़िलिस्तीनी फ़िल्म इंडस्ट्री' शीर्षक से मौजूद इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन के मुताबिक़, 'गाजा पट्टी में बहुत अधिक सिनेमा नहीं बनाया जाता हैं. लेकिन ये सब रुकावटें मेकअप आर्टिस्ट मरियम सलह को अपना सपना पूरा करने से नहीं रोक पायीं. उन्होंने परंपरागत रूप से पुरुषों द्वारा चलाए जाने वाले व्यवसाय में सेंध लगाते हुए फिलीस्तीनी फिल्मों के लिए नकली खून और घाव बनाना सीखा है.'
यह पूरा वीडियो फ़िलिस्तीनी फिल्म इंडस्ट्री में स्पेशल इफेक्ट्स के आर्टिस्ट्स पर केन्द्रित है. इस वीडियो के 24वें सेकंड्स से हम वायरल हिस्सा देख सकते हैं.
वीडियो में बताई गयी जानकारी के अनुसार, मेकअप आर्टिस्ट मरियम सलह फ्रेंच चैरिटी के प्रोजेक्ट 'डॉक्टर्स ऑफ़ द वर्ल्ड' के लिए एक्टर्स के चेहरे पर फ़र्ज़ी घाव बनाकर दुनियाभर को गाज़ा में रहने वालों के लोगों के मुश्किल जीवन को दिखाना चाहती हैं. सलह आकार और घाव की जटिलता को देखते हुए स्पेशल इफेक्ट्स से उन्हें बनाने में दो से बीस मिनट का समय लेती हैं जबकि उन्होंने इसकी कोई शिक्षा नहीं ली है.
इसके अतिरिक्त, हम वीडियो की शुरुआत में, 'सिमुलेशन' शब्द ( जिसका मतलब किसी की नक़ल अथवा स्वांग करना है) को एक बैनर पर फ्रांसीसी चैरिटी 'Médecins du monde' (या डॉक्टर्स ऑफ द वर्ल्ड) के लोगो के साथ देखा जा सकता है. यह एक अंतरराष्ट्रीय मानवतावादी संगठन है जो दुनिया के सबसे कमजोर लोगों को आपातकालीन और दीर्घकालिक मेडिकल सुविधाएँ प्रदान करता है.
उपरोक्त पड़ताल से स्पष्ट होता है कि वायरल वीडियो का इजरायल और हमास के बीच रहे संघर्ष से कोई लेना देना नहीं है.
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