पहलगाम हमले में पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकी के दावे से पुराना वीडियो वायरल
बूम ने पाया कि आतंकी द्वारा पहलगाम अटैक में पाकिस्तान की संलिप्तता कबूलने के दावे से वायरल वीडियो साल 2022 का है.



पहलगाम हमले के बाद पकड़े गए आतंकी के गलत दावे से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि यह वीडियो साल 2022 का है. तब जम्मू-कश्मीर के राजौरी स्थित नौशेरा सेक्टर में तबारक हुसैन नाम का संदिग्ध पकड़ा गया था.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उसने कैमरे पर पाकिस्तानी सेना के एक अधिकारी द्वारा जवानों पर हमला करने के लिए भेजने की बात कबूल की थी.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता सामने आने के बाद भारत सरकार की ओर से कड़े एक्शन लिए गए, जिसमें सिंधु जल समझौते को स्थगित करने और पाकिस्तानी उड़ानों के लिए एयरस्पेस बंद करने जैसे फैसले शामिल हैं.
इसके बाद से दोनों पड़ोसी मुल्कों के बीच राजनायिक तनाव पैदा हो गया है. पाकिस्तान का दावा है कि भारत निराधार आरोपों की बुनियाद पर उसके खिलाफ सैन्य कार्रवाई की तैयारी का रहा है. दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक उच्च स्तरीय बैठक में आतंकवाद से निपटने के लिए सेना को फ्री हैंड देने की बात कही.
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच भारत में हानिया आमिर, माहिरा खान और अली जफर समेत कई पाकिस्तानी कलाकारों का इंस्टाग्राम अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया है.
वायरल वीडियो आजतक की एक न्यूज रिपोर्ट का हिस्सा है. इसमें घायल संदिग्ध अस्पताल के बेड पर लेटे रिपोर्टर के सवालों के जवाब देता नजर आ रहा है.
पत्रकार के पूछने पर वह अपना नाम तबारक हुसैन बताता है और कहता है कि उसे भारत पर हमला करने के लिए भेजा गया है और वह आईएसआई से जुड़ा हुआ है.
फेसबुक पर इसे शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'आतंकी ने उगले पाकिस्तान के राज.. #pahalgamkashmir #pahalgam #pahalgamvalley #pqhal #pahalgamdiaries #pahalwan #pahalgamtourism #pahalgamtrip.'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक: वीडियो 2022 का है
हमने आजतक के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर संबंधित कीवर्ड की मदद से इस वीडियो की तलाश की. हमन पाया कि वहां यह वीडियो 25 अगस्त 2022 को अपलोड किया गया था. इससे साफ था कि यह वीडियो पहलगाम हमले से पहले का है.
आगे संबंधित कीवर्ड के जरिए हमें इस घटना से संबंधित कई न्यूज रिपोर्ट मिलीं. लाइव हिंदुस्तान की 24 अगस्त 2022 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 21 अगस्त को जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर स्थित एलओसी में घुसपैठ करते वक्त तबारक हुसैन नाम के संदिग्ध को पकड़ा गया.
सुरक्षाबलों ने उस पर नजर पड़ते ही गोली मार दी, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. होश में आने के बाद उसने कबूल किया कि उसे आईएसआई के कर्नल चौधरी यूनुस ने तीस हजार रुपये का लालच देकर जवानों पर हमला करने के लिए भेजा था. वह आत्मघाती हमले की तैयारी में था.
जनसत्ता के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर इससे संबंधित एक वीडियो रिपोर्ट देखी जा सकती है, जिसमें घटना को लेकर विस्तृत जानकारी दी गई है.
एबीपी न्यूज की 6 सितंबर 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, इलाज के दौरान हार्ट अटैक की वजह से 3 सितंबर को उसकी मौत हो गई. तब पाकिस्तान ने दो दशकों के बाद किसी आतंकी का शव वापस लिया था. भारतीय सेना ने स्थानीय पुलिस की मौजदूगी में तबारक का शव पाकिस्तानी सेना को सौंपा था.