पाकिस्तान के दो फाइटर जेट नष्ट होने की बात कबूलने वाला वीडियो डीपफेक है
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच एक वायरल वीडियो में दावा किया गया कि पाकिस्तान ने स्वीकार किया है कि भारत ने उसके दो लड़ाकू विमानों को मार गिराया है. बूम ने पाया कि यह वीडियो डीपफेक है. इसे AI जनरेटेड आवाज की उपयोग से बनाया गया है.



पाकिस्तान सशस्त्र बल के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के महानिदेशक अहमद शरीफ चौधरी का एक डीपफेक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसके साथ दावा किया गया कि पाकिस्तान ने भारत के साथ बढ़ते सैन्य संघर्ष के बीच अपने दो JF-17 जेट नष्ट हो जाने की बात स्वीकार की है.
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया बर्कली (यूसी बर्कली) में सिंथेटिक मीडिया के फोरेंसिक विशेषज्ञ प्रोफेसर हनी फरीद ने बूम से पुष्टि की कि वायरल क्लिप एक डीपफेक है.
भारत और पाकिस्तान के बीच 8 मई की देर रात सैन्य कार्रवाई खतरनाक रूप से काफी तेज हो गई. दोनों देशों ने एक-दूसरे पर उनके सैन्य ठिकानों पर हमला करने का आरोप लगाया है. रात भर दोनों देशों की सीमा पर भारी गोलाबारी और हमले हुए. जम्मू, उधमपुर और पठानकोट में रात के समय आसमान में मिसाइलें और ड्रोन उड़ते देखे गए.
यह मामला तब शुरू हुआ जब भारत ने 7 मई को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान पर सैन्य हमला किया, जिसमें 26 लोग मारे गए. भारतीय रक्षा बलों ने अपनी प्रेस ब्रीफिंग में कहा है कि देश हर तरह की एस्केलेशन के लिए तैयार है.
वायरल डीपफेक में अहमद शरीफ चौधरी को प्रेस ब्रीफिंग करते हुए देखा जा सकता है. दोनों देशों के बीच चल रहे सैन्य तनाव के बारे में बात करने के क्रम में वह स्वीकार करते हैं कि भारत ने दो पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को मार गिराया है.
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यह वीडियो एक्स और व्हाट्सएप पर भी वायरल है, जिसमें दावा किया गया है कि पाकिस्तान सरकार ने युद्ध में अपने दो विमानों के नष्ट होने की आधिकारिक पुष्टि की है.
बूम को यह वीडियो वेरीफाई करने के रिक्वेस्ट के साथ उसके टिपलाइन नंबर (+91 77009 06111) पर भी प्राप्त हुआ.
फैक्ट चेक: वीडियो डीपफेक है
बूम ने सबसे पहले वायरल वीडियो के विज़ुअल के कुछ हिस्सों का विश्लेषण किया और उसके कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. इससे हमें पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट द्वारा पोस्ट किया गया 27 दिसंबर 2024 का एक फेसबुक लाइव मिला.
नीचे दिए गए वीडियो में प्रेस ब्रीफिंग में उपस्थित पत्रकारों के विजुअल और बैकग्राउंड वायरल वीडियो से मेल खाते हैं. इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि वायरल क्लिप हाल के किसी प्रेस कॉन्फ्रेंस का नहीं है.
बूम ने इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि के लिए यूसी बर्कली के प्रोफेसर और GetReal Security के चीफ साइंस ऑफिसर हनी फरीद से संपर्क किया. हनी फरीद डिजिटल फोरेंसिक और एआई रिलेटेड फेक न्यूज के विशेषज्ञ हैं.
बूम के ईमेल का जवाब देते हुए हनी फरीद ने कहा कि उन्होंने मूल भाषण को एआई जनित भाषण से अलग करने के लिए प्रशिक्षित मॉडलों के साथ ऑडियो का विश्लेषण किया. इसके परिणाम से पता चला कि यह एक डीपफेक था. उन्होंने कहा, "ये मॉडल स्पष्ट रूप से आवाज को एआई जनित बताते हैं."
हनी फरीद ने ऑडियो को लेकर कहा, "मुंह के मूवमेंट और ऑडियो के बीच स्पष्ट अलाइनमेंट मिसिंग है, जो बताता है कि यह एक लिप-सिंक डीपफेक है," यानी मूल वीडियो को एआई आवाज के अनुरूप बनाने की कोशिश में मॉडिफाई किया गया है.
इसके बाद हमने इस आवाज को ऑडियो डिटेक्शन टूल HIYA पर चेक किया. इससे पुष्टि हुई कि आवाज एआई द्वारा उत्पन्न या मॉडिफाई की गई है.
कुछ अपुष्ट रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत ने पाकिस्तानी वायु सेना के दो लड़ाकू विमानों को मार गिराया है. हालांकि स्टोरी के पब्लिश होने तक इसकी आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं हुई है. बूम ने इस संबंध में भारतीय वायु सेना के प्रवक्ता से भी संपर्क किया है. जवाब मिलने पर स्टोरी को अपडेट कर दिया जाएगा.