दिल्ली भगदड़ मामले में अशफाक अंसारी की गिरफ्तारी का दावा गलत है: रेलवे
बूम को उत्तर रेलवे के चीफ पीआरओ हिमांशु उपाध्याय ने बताया कि अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.



नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 15 फरवरी 2025 को भगदड़ मच गई थी, जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना की जांच के लिए रेलवे ने दो सदस्यीय समिति का गठन किया है जो मामले की जांच कर रही है.
इसी बीच सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स दावा कर रहे हैं कि आखिरी वक्त पर ट्रेन के प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा करने वाले दोषी रेलवे कर्मचारी अशफाक अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
बूम ने जांच में पाया कि यह दावा गलत है. बूम को उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि यह दावा गलत है. इस मामले की जांच चल रही है, अभी किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.
एक्स पर यूजर ने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘आखिरी समय में प्लेटफार्म बदलने की घोषणा करने वाला अशफाक अंसारी गिरफ्तार भीड़ दोषी नहीं ये जिहादी मानसिकता का रेलवे कर्मचारी दोषी है जिसने ये षडयंत्र के तहत किया.’
कई अन्य यूजर (आर्काइव लिंक) ने भी यही दावा किया.
फैक्ट चेक
बूम को ऐसी कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जो इस दावे की पुष्टि करती हो कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ मामले में अशफाक अंसारी नाम के किसी व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.
इसके अलावा मीडिया रिपोर्ट में भगदड़ मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी का जिक्र नहीं है.
वहीं इस हादसे के बाद इसके कारण को लेकर संबंधित अधिकारियों के अलग-अलग बयान सामने आए थे. मामले की गंभीरता को देखते हुए रेलवे ने हादसे की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी बनाई. इसमें उत्तर रेलवे के दो अधिकारी नरसिंह देव और पंकज गंगवार को शामिल किया गया है, जो मामले की जांच कर रहे हैं.
इस मामले पर और अधिक स्पष्टिकरण के लिए हमने उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) हिमांशु शेखर उपाध्याय से संपर्क किया. उन्होंने हमसे पुष्टि की कि अशफाक अंसारी नाम के किसी व्यक्ति को गिरफ्तार किए जाने का वायरल दावा गलत है.
हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बूम से कहा, “अभी इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, मामले की उच्च स्तरीय जांच के लिए एक समिति गठित की गई है, जो सभी एंगल से इस हादसे की जांच कर रही है.”