मुस्लिम लड़के के हिंदू महिला के साथ संबंध के दावे से NDTV का फेक ग्राफिक वायरल
बूम ने पाया कि सांप्रदायिक दावे वाला एनडीटीवी के लोगो वाला ग्राफिक फेक है. साथ ही किसी भी विश्वसनीय मीडिया आउटलेट में भी ऐसी कोई खबर नहीं है.
सोशल मीडिया पर एनडीटीवी के लोगो के साथ एक ग्राफिक वायरल है. इसमें सांप्रदायिक दावा है कि उत्तराखंड के नैनीताल में रिया दत्ता नाम की 38 साल की एक हिंदू महिला को 16 साल के नाबालिग मुस्लिम अमजद ने प्रेग्नेंट कर दिया.
बूम ने पाया कि वायरल ग्राफिक की फर्जी है. एनडीटीवी ने ऐसा कोई ग्राफिक नहीं बनाया है. यह दावा भी पूरी तरह गलत है, किसी भी विश्वसनीय मीडिया आउटलेट ने ऐसी कोई खबर नहीं दी है.
इस वायरल ग्राफिक में लिखा है, 'घटना उत्तराखंड के नैनीताल की है जहां पर रिया दत्ता 38 साल की होकर 16 साल के अमजद से हुई प्रेग्नेंट किया घर वालों से निकाह का दावा'.
एक्स पर एक यूजर ने इस ग्राफिक को शेयर करते हुए लिखा, 'अंधभक्तों का नया जीजा उम्र सिर्फ 16 साल'.
फेसबुक पर भी यह ग्राफिक वायरल है.
फैक्ट चेक
वायरल ग्राफिक फेक है
बूम ने वायरल ग्राफिक की पड़ताल के लिए एनडीटीवी के सोशल मीडिया अकाउंट (एक्स, इंस्टाग्राम) को खंगाला लेकिन हमें ऐसा कोई ग्राफिक नहीं मिला जिसमें ऐसा कुछ दावा हो कि नैनीताल में रिया दत्ता नाम की 38 साल की एक हिंदू महिला को 16 साल के अमजद ने प्रेग्नेंट कर दिया.
हमने ग्राफिक में किए गए इस दावे को लेकर मीडिया रिपोर्ट भी सर्च कीं लेकिन हमें न एनडीटीवी की और न ही किसी अन्य विश्वसनीय मीडिया आउटलेट की ऐसी कोई रिपोर्ट मिली, जो इस वायरल दावे की पुष्टि करती हो.
हमने यह भी देखा कि एनडीटीवी के मूल ग्राफिक के स्टाइल और फॉन्ट वायरल ग्राफिक से काफी अलग हैं. एनडीटीवी के ग्राफिक के दो उदाहरण यहां देखें जा सकते हैं.
इसके अलावा हमने वायरल ग्राफिक को एआई डिटेक्टर टूल ट्रू मीडिया पर इसे चेक किया. इसके मुताबिक इस ग्राफिक के एआई जनेरेटेड होने की संभावना 95 प्रतिशत है.
बूम ने हाल-फिलहाल में ऐसे कई दावों का फैक्ट चेक किया, जिनमें विभिन्न मीडिया आउटलेट के लोगो के साथ इस तरह के फर्जी दावों के साथ फेक ग्राफिक बनाए गए हैं.