एनसीपी विधायक जितेन्द्र अव्हाड के साथ मारपीट के दावे वाला पुराना वीडियो वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो 2015 की धटना का है, जिसे अन्य वीडियो क्लिप के साथ एडिट किया गया है.
जी न्यूज़ के मराठी चैनल (Zee 24 Tass) के ग्राफिक्स वाला वीडियो, जिसमें कुछ लोग एक-दूसरे के साथ मारपीट करते दिखाई दे रहे हैं, सोशल मीडिया पर इस झूठे दावे के साथ काफ़ी वायरल हो रहा है कि भगवान राम के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने पर एनसीपी विधायक जितेन्द्र अव्हाड के साथ हिन्दुओं ने जमकर मारपीट की.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि एनसीपी विधायक जितेन्द्र अव्हाड के साथ मारपीट का दावा झूठा है. वायरल वीडियो 2015 की धटना का है, जिसे अन्य वीडियो क्लिप के साथ एडिट किया गया है.
फे़सबुक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "प्रभु श्री राम जी खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वlले हरामी जितेन्द्र अव्हाड गटर छाप को हिन्दुओं ने जम कर पटक पटक कर रगड़ रगड़ कर धो डाला"
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "मैथी की भाजी खाते हुए NCP विधायक जितेंद्र आव्हाड"
फै़क्ट चेक
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वायरल वीडियो को ध्यान से देखा तो उसमें अलग-अलग कट नजर आ रहे थे. हमने इनविड टूल की मदद से वायरल वीडियो के कीफ्रेम से उन्हें अलग-अलग गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें वीडियो के एक फ्रेम, जिस पर जी न्यूज़ के मराठी चैनल (Zee 24 Tass) का लोगो है, को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें जूलाई 20, 2015 का वीडियो मिला, जिसमें वायरल वीडियो का एक हिस्सा देखा जा सकता है.
वीडियो के शीर्षक "Sangli : Attack On Jitendra Avhad" को डेट रेंज के साथ गूगल पर सर्च करने पर हमें इण्डिया टीवी पर भी इस घटना के सम्बंध में न्यूज़ वीडियो और आजतक की न्यूज वेबसाइट पर भी जूलाई 20, 2015 की न्यूज़ रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो का एक कीफ्रेम भी शामिल है.
रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र के सांगली में रविवार रात राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता जितेन्द्र आव्हाद के कार्यक्रम में आव्हाद के बाबा साहेब पुरंदरे को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार देने का विरोध करने पर शिव प्रतिष्ठान के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया, जिससे एनसीपी के कार्यकर्ताओं और प्रदर्शनकारियों के बीच मारपीट हो गई.
नीचे वायरल वीडियो के पहले फ्रेम और जी न्यूज़ वीडियो के बीच तुलना देखें.
हमने दूसरे फ्रेम जिसमें व्यक्ति ने सफेद शर्ट पहन हुई है, को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें जितेन्द्र आव्हाद के यूट्यूब चैनल पर नवम्बर 27, 2023 का वीडियो मिला, जिसका एक हिस्सा वायरल वीडियो में है.
नीचे वायरल वीडियो के दूसरे फ्रेम और जितेन्द्र आव्हाद के यूट्यूब वीडियो के बीच तुलना देखें.
इसके अलावा वीडियो के तीसरे फ्रेम जिसमें शर्ट और लाल स्वेटर पहने व्यक्ति को, प्रेस को संबोधित करते हुए देखा जा सकता है, को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें दैनिक भास्कर की तीन दिन पुरानी न्यूज़ रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो के कीफ्रेम वाली इस तस्वीर को लगाया गया है.
नीचे वायरल वीडियो के तीसरे फ्रेम और दैनिक भास्कर की न्यूज़ वीडियो के बीच तुलना देखें.
रिपोर्ट के अनुसार NCP के विधायक जितेंद्र आव्हाड के भगवान राम को मांसाहारी कहने पर विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने माफी मांग ली है. शिर्डी में कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान आव्हाड ने मीडिया से कहा अगर किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो मैं खेद व्यक्त करता हूं.
दरअसल मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जितेंद्र आव्हाड ने जनवरी 03, 2024 को भगवान राम को मांसाहारी बताते हुए विवादित बयान दिया था कि "वह (भगवान राम) शिकार करके खाया करते थे. वह हमारे, बहुजनों के हैं. आप (भाजपा) हमें शाकाहारी बना रहे हैं, (लेकिन) हम राम का अनुसरण कर रहे हैं और 'मटन' खा रहे हैं.” इस बयान पर उन पर कुछ प्राथमिकी भी दर्ज की गयी हैं. अपने इसी बयान पर उन्होंने माफ़ी मांगी है.