थाईलैंड का पुराना वीडियो चीन में मुस्लिमों पर अत्याचार से जोड़कर वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो 2020 का थाईलैंड में कर्मचारी की पिटाई का है. चीन से इसका कोई सम्बन्ध नहीं है.
सोशल मीडिया पर चीन का बताकर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को लातों से बुरी तरह पीटते नज़र आ रहा है. कमरें में कुछ अन्य लोग भी दिखाई दे रहे हैं. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि चीन में सार्वजनिक जगह नमाज़ पढ़ना प्रतिबंधित हैं लेकिन एक उइगर मुस्लिम ने ऐसा किया तो दूसरे समुदाय के व्यक्ति ने उसका पीट-पीट कर बुरा हाल कर दिया.
सोशल मीडिया यूज़र्स इसे सही मानकर मुसलमानों को निशाना बनाते हुए शेयर कर रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो 2020 का थाईलैंड में एक कंपनी में कर्मचारी की पिटाई का है, चीन और नमाज़ पढ़ने से इसका कोई सम्बन्ध नहीं है.
ट्विटर पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'चीन में सार्वजनिक स्थानों पर नमाज़, और धार्मिक आचरण की अनुमति नहीं है। चीन में सार्वजनिक जगह पर नमाज़ अदा करते उइगुर मुस्लिम की क्रूरतापूर्वक दूसरे समुदाय के व्यक्ति द्वारा पिटाई की गई।' (आर्काइव लिंक )
अन्य वेरीफाइड यूज़र्स ने भी इस वीडियो को इसी तरह के दावे से शेयर किया है. जिसे आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ेसबुक पर भी अनेक यूज़र्स ने इस वीडियो को चीन के दावे से शेयर किया. जिसे यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल वीडियो को गूगल और यांडेक्स सर्च इंजन पर रिवर्स इमेज सर्च किया तो 20 सितम्बर 2022 का एक ट्वीट मिला जिसमें वायरल वीडियो के समान दृश्य थे. वीडियो के साथ कैप्शन में कहा गया था कि यह घटना 2020 में थाईलैंड में एक लॉन न चुकाने को लेकर थी.
इससे मदद लेते हुए हमने सर्च किया तो 04 दिसंबर 2020 की थाई न्यूज़ रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के मुताबिक, एक कंपनी का कर्ज़ वसूली गिरोह धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार अपने अधीनस्थों को कई अन्य कर्मचारियों के सामने मारता है. पीड़ित ने कहा कि यह एक ऐसी घटना थी जहां ऋण वसूली के लिए कंपनी ने कर्मचारी के साथ क्रूरतापूर्वक दुर्व्यवहार किया.
एक अन्य Daily News Thailand की 2 दिसंबर 2020 की मीडिया रिपोर्ट में इस घटना के बारे में कहा गया कि, 'ये घटना 2020 की है जब थाईलैंड में लोन देने वाली एक कंपनी में एक कर्मचारी पर ग्राहकों के पैसे हेरफेर का आरोप लगाया गया और उसके साथ कंपनी के सीनियर कर्मचारी ने मारपीट की.'
उपरोक्त रिपोर्ट्स से स्पष्ट होता है कि यह वीडियो 2020 का थाईलैंड का है. इसका चीन और उइगर मुस्लिम द्वारा खुले में नमाज़ पढ़ने से कोई सम्बन्ध नहीं है. हालांकि चीन में उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार की कई रिपोर्ट्स सामने आयी हैं जिन्हें आप यहां देख सकते हैं.
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