मध्य प्रदेश में महिलाओं को जिंदा दफनाने की कोशिश का वीडियो भ्रामक दावे से वायरल
बूम ने पाया कि घटना से जुड़े सभी आरोपी पीड़िता के संबंधी हैं. इसमें तरह किसी भी तरह का जातिगत अपराध शामिल नहीं है.
मध्य प्रदेश के रीवा में दो महिलाओं को जिंदा दफनाने की कोशिश का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. पीड़ितों की पहचान उजागर करते हुए सोशल मीडिया यूजर्स इसे जातिगत हिंसा से जोड़कर शेयर कर रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि घटना से जुड़े सभी आरोपी पीड़िता के संबंधी हैं. इसमें तरह किसी भी तरह का जातिगत अपराध शामिल नहीं है.
एक सोशल मीडिया यूजर ने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'औरतों को जिन्दा जमीन में गाढ़ दिया. देखकर आपकी रूह कांप जाएगी कि मध्यप्रदेश के रीवा में दबंगों ने जमीन पर कब्ज़ा करने के लिए दो हिन्दू ब्राह्मण महिलाओं को जमीन में जिन्दा ही गाढ़ दिया. @DrMohanYadav51 जी आपसे उम्मीद है दरिंदों को ऐसी सजा मिलेगी कि इनकी 7 पीढ़ियां औरतों को आंख उठा के न देख सकें.'
फैक्ट चेक
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि रीवा की यह घटना बीते शनिवार यानी 20 जुलाई 2024 की है. एनडीटीवी की रिपोर्ट में बताया गया कि मध्य प्रदेश के रीवा में दो महिलाओं के ऊपर दबंगों ने डंपर से मुरूम गिरा कर उनको कमर और गर्दन तक मुरूम से दबा दिया.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, "जिले के हिनोता गांव में एक सड़क बन रही थी. गांव की दो महिलाएं (आशा पांडेय और ममता पांडेय) इसका विरोध कर रही थीं. महिलाओं का कहना था कि यह उन्हें पट्टे पर दी गई जमीन है. हालात तब बिगड़ गए जब स्थानीय दंबंगों के आदेश पर डंपर चालक ने कथित तौर पर सड़क बनाने का विरोध कर रही महिलाओं को दबंगों ने मुरूम के नीचे दबा दिया. इससे घटनास्थल पर चीख पुकार मच गई. मौके पर मौजूद लोगों ने महिलाओं को बाहर निकाला."
रिपोर्ट में बताया गया, "घटना के एक आरोपी विपिन पांडेय को गिरफ्तार कर लिया गया है और वाहन को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है. पुलिस घटना के दो अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही है."
रीवा के एसपी के एक्स अकाउंट से 21 जुलाई 2024 को इस मामले पर एक पुलिस विज्ञप्ति जारी की गई. विज्ञप्ति में बताया गया, "दो महिलाओं पर मुरूम गिराने का वीडियो पारिवारिक जमीनी विवाद से संबंधित है. घटना मनगवां थाना अन्तर्गत ग्राम हिनौता कोठार की है. आशा पांडेय पति सुरेश पांडेय द्वारा रिपोर्ट कर बताया गया कि उसके पारिवारिक ससुर गौकरण पांडेय से साझे की जमीन को लेकर रास्ता निकलने का विवाद है."
पोस्ट में आगे लिखा गया, "20 जुलाई 2024 को गौकरण पांडेय उसी विवाद की जमीन पर रोड डलवाने के लिए डंपर से मुरूम लेकर आये और मुरम गिरवाने लगे. इसको लेकर आशा पांडेय ने अपनी देवरानी ममता पांडेय के साथ जाकर चालक को मुरूम गिराने से मना किया. चालक के नहीं मानने पर दोनों डंपर के पीछे बैठने लगीं तभी डंपर चालक ने अचानक से मुरूम गिरा दिया. मामले पर बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता) की धारा 110 (आपराधिक मानव वध का प्रयास) के तहत मामला दर्ज कर घटना की जांच की जा रही है.'
सोशल मीडिया पर दो महिलाओं पर मुरूम गिराने के वायरल हो रहे वीडियो के संबंध में विवरण @MPPoliceDeptt @DGP_MP @CMMadhyaPradesh @mohdept @IG_Rewa @ProjsRewa pic.twitter.com/Nw6H8YRjN4
— sp_rewa (@SP_Rewa) July 21, 2024
अधिक स्पष्टिकरण के लिए हमने रीवा पुलिस से संपर्क किया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "यह एक पारिवारिक मामला है. साझे की जमीन पर परिवार का एक पक्ष अपने निकास के लिए जमीन बना रहा था जबकि दूसरा पक्ष इसका विरोध कर रहा था. मामले पर कार्रवाई की जा रही है. इसमें किसी भी तरह का अंतरजातीय या धार्मिक एंगल नहीं है."