मीडिया आउटलेट ने राजौरी में फिदायीन हमले का फर्जी दावा किया
भारतीय सेना के हवाले से राजौरी या पठानकोट में किसी तरह के फिदायीन हमले के दावे को फेक करार दिया गया है.



भारत-पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच देश के कई प्रमुख मीडिया आउटलेट और सोशल मीडिया यूजर ने बुधवार रात राजौरी के आर्मी ब्रिगेड पर फिदायीन अटैक का दावा किया.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल दावा फर्जी है. भारतीय सेना ने इस वायरल दावे का खंडन किया है.
एबीपी गंगा, वन इंडिया, पंजाब केसरी, टीवी 9 बिहार-झारखंड, फर्स्ट इंडिया न्यूज समेत कई आउटलेट में यह खबर ब्रेकिंग न्यूज के साथ चलाई गई.
आजतक ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि पाकिस्तान की ओर से फिदायीन हमला किया गया है.
आजतक
एबीपी न्यूज ने दावा किया कि राजौरी के 120 ब्रिगेड पर हमले की कोशिश को नाकाम कर दिया गया.
एबीपी न्यूज
सोशल मीडिया यूजर ने भी फिदायीन हमले की इस खबर को बड़े पैमाने पर शेयर किया है.
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फैक्ट चेक: फिदायीन हमले का दावा फेक है
संबंधित कीवर्ड सर्च करने पर हमें ऐसी कई न्यूज रिपोर्ट मिलीं, जिनमें भारतीय सेना के अधिकारियों के हवाले से फिदायीन हमले की बात झूठी बताई गई थी.
डीडी न्यूज की रिपोर्ट में इस वायरल दावे का खंडन करते हुए रक्षा मंत्रालय के सूत्र के हवाले से कहा गया कि राजौरी में फिदायीन हमले की खबर गलत है.
न्यूज एजेंसी ANI के एक्स पर भी हमें एक पोस्ट मिला, जिसमें भारतीय सेना के अधिकारियों के हवाले से इस खबर का खंडन किया गया था.
प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) की फैक्ट चेक यूनिट ने इस खबर को फेक बताते हुए एक पोस्ट किया. पोस्ट में बताया गया कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सेना की एक ब्रिगेड पर फिदायीन हमले को लेकर प्रसारित हो रही खबरें फर्जी हैं. किसी भी सेना कैंट पर ऐसा कोई फिदायीन या आत्मघाती हमला नहीं हुआ है.