मध्यप्रदेश चुनाव में बसपा सुप्रीमो मायावती का एडिटेड वीडियो फर्ज़ी दावे के साथ वायरल
बूम ने पाया कि यह वीडियो एडिटेड है और तीन साल पुराना है. इसको फर्जी और भ्रामक दावे की साथ शेयर किया जा रहा है. इसका हालिया मध्यप्रदेश चुनाव से कोई संबंध नहीं है.
मध्यप्रदेश समेत छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना, मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं, इन चुनावों के मद्देनजर मतदाताओं को लुभाने के लिए तरह-तरह के भ्रामक वीडियोज और तस्वीरें भी बड़े पैमाने पर शेयर की जा रही हैं. इसी कड़ी में मध्यप्रदेश चुनावों से जोड़ते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि मायावती कांग्रेस को हराने के लिए बीजेपी उम्मीदवार को वोट देने की बात कर रही हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि यह वीडियो अक्टूबर, 2020 का है. इसके एक हिस्से को संदर्भ से काटकर एडिट किया गया है. साथ ही वायरल वीडियो के एक हिस्से में अलग से ऑडियो जोड़ा गया है. मूल वीडियो में मायावती उत्तर प्रदेश एमएलसी इलेक्शन, 2020 से संबंधित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी बात रख रही हैं.
वायरल वीडियो में मायावती कहतीं नजर आ रही हैं कि “...मध्यप्रदेश में कांग्रेस के दूसरे खड़े किए जाने वाले उम्मीदवार को हराने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देगी बीएसपी... और इसके लिए चाहे पार्टी को इनके उम्मीदवार को हराने के लिए बीजेपी उम्मीदवार को ही अपना वोट क्यों न देना पड़ जाए. तो भी देंगे...”
फेसबुक पर एक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए अपमान से आहत बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने वोटरों के लिए जाती की अपील... मध्यप्रदेश में कांग्रेस को हराने में ना छोड़े कोई कोर कसर, वोट बर्बाद करने से बेहतर है BJP को दे दें वोट - सुश्री मायावती”
सोशल मिडिया पर इसे एमपी इलेक्शन से जोड़ते हुए इसी फ़र्जी और भ्रामक दावे के साथ और भी यूजर्स ने वीडियो को शेयर किया है. आप उनके पोस्ट को यहां, यहां, यहां देख सकते हैं.
एक्स (पूर्व में ट्वीटर) पर भी बहुत से यूजर्स ने इसे एमपी विधानसभा चुनाव से जोड़ते हुए शेयर किया है, इनमें एक्स के वेरीफाईड यूजर भी शामिल हैं. यहां, यहां देखें.
फैक्ट चेक
बूम ने इस 26 सेकेंड के वीडियो को गौर से देखा तो पाया कि वीडियो के तीसरे सेकेंड में एक कट है जहां पर कुछ शब्द अलग से जोड़े हुए लगे. इससे बूम को अंदेशा हुआ कि यह वीडियो एडिटेड है.
इसके बाद हमने वीडियो से जुड़े कुछ कीवर्ड जैसे, 'कांग्रेस को हराने के लिए बीजेपी को वोट दें' आदि सर्च किए तो हमें कुछ खास नहीं मिला. फिर वीडियो का अंत हमने गौर से देखा तो वीडियो बीबीसी द्वारा कवर किया गया था.
हमने बीबीसी से जोड़ते हुए कुछ अन्य कीवर्ड जैसे 'मायावती का बयान, बीजेपी को वोट दें, बीबीसी' आदि सर्च किए तो हमें बीबीसी के यूट्यूब चैनल पर 29 अक्टूबर 2020 का एक 3 मिनट 7 सेकेंड का वीडियो मिला. यह वायरल क्लिप के मूल वीडियो का हिस्सा था, जिसमें मायावती एक बयान दे रही हैं जो वायरल वीडयो से मैच करता है. बीबीसी के फेसबुक पेज पर भी यह वीडियो मौजूद है.
यहां से हमने कुछ और कीवर्ड्स उठाए तो हमें द प्रिंट के यूट्यूब चैनल पर 5 मिनट 29 सेकंड का एक और वीडियो मिला जो वायरल वीडियो से मैच करता है. इसको देखने से पता चलता है कि मूल वीडियो से छेड़छाड़ की गई है और उसको एडिट किया गया है.
इन सब से पता चला कि मूल वीडियो में मायावती द्वारा दिया गया बयान उत्तर प्रदेश के एमएलसी इलेक्शन और सपा से जुड़ा हुआ है.
हमने इससे जुड़े कुछ और कीवर्ड्स भी सर्च किए जैसे 'Vote for BJP to defeat SP' आदि, तो हमें 29 अक्टूबर 2020 के ही ढेरों पुराने आर्टिकल्स मिले. आजतक ने इसे 'यूपी MLC चुनाव में सपा को हराने के लिए BJP का समर्थन करेंगी मायावती!' हेडिंग से कवर किया था. वहीं बिजनेस स्टैंडर्ड ने इसे 'बीएसपी विल वोट फॉर बीजेपी, अदर्स टू डिफिट SP इन यूपी एमएलसी एलेक्शन्स: मायावती' के हेडिंग के साथ कवर किया था.
अभी यह वीडियो भ्रमित करने वाले झूठे दावों के साथ तेजी से शेयर किया जा रहा है. इसकी पड़ताल करते हुए हम बसपा सुप्रीमो मायावती के एक्स (पूर्व में ट्वीटर) अकाउंट पर भी गए. वहां इन वीडियोज का खंडन करते हुए मायावती ने तीन पोस्ट किए हैं.
मायावती एक पोस्ट में लिखती हैं '...एमपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान आदि में मतदान पूर्व 'चाहे भाजपा जीत जाए किन्तु कांग्रेस को नहीं जीतना चाहिए' जैसा विशुद्ध गलत व फर्जी वीडियो का कांग्रेस द्वारा प्रचारित करना दुर्भाग्यपूर्ण व उनकी हताशा का प्रतीक. यह षड्यंत्र बीएसपी की मजबूत स्थिति को देखते हुए है. लोग सावधान रहें.'
पूरे वीडियो की पड़ताल के बाद बूम ने पाया कि दरअसल मूल वीडियो उत्तर प्रदेश में 2020 में हो रहे एमएलसी के चुनावों के समय का है. जब एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती सपा को हराने के लिए बीजेपी को वोट देने की बात कर रही हैं. इसका हाल के मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव से कोई संबंध नहीं है.