फैक्ट चेक: बांग्लादेश का झंडा बेचते शख्स की पिटाई का वीडियो भारत का नहीं है
बूम ने पाया कि यह वीडियो बांग्लादेश की राजधानी ढाका का है. नेशनल स्टेडियम में 10 जून को हो रहे एक फुटबॉल मैच के दौरान एक सैन्यकर्मी ने स्टेडियम के बाहर राष्ट्रीय झंडा बेच रहे एक शख्स की पिटाई कर दी थी.

एक शख्स की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर इस दावे से वायरल है कि भारत में बांग्लादेश का झंडा बेचने पर बीएसएफ के कांस्टेबल ने उसकी पिटाई की.
बूम ने जांच में पाया कि यह दावा गलत है. वीडियो ढाका के नेशनल स्टेडियम के बाहर का है. 10 जून 2025 को हो रहे एक फुटबॉल मैच के दौरान भीड़ को नियंत्रित करते हुए सैन्यकर्मी ने स्टेडियम के बाहर राष्ट्रीय झंडा बेच रहे एक शख्स की गलती से पिटाई कर दी थी.
क्या है दावा?
कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यह वीडियो (आर्काइव लिंक) वायरल है. फेसबुक पर एक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया कि बीएसएफ कांस्टेबल ने बांग्लादेश का झंडा बेचने पर शख्स की पिटाई की. (आर्काइव लिंक)
पड़ताल में क्या मिला:
बूम को रिवर्स इमेज सर्च से यूट्यूब पर एक वीडियो मिला और इस घटना की मीडिया रिपोर्ट मिलीं, जिसके मुताबिक यह वीडियो 10 जून 2024 का ढाका के नेशनल स्टेडियम के बाहर का है.
1. वीडियो बांग्लादेश का है
वायरल वीडियो को गूगल लेंस से सर्च करने पर बूम को यूट्यूब पर 11 जून 2025 को शेयर किया गया एक वीडियो मिला. इस वीडियो के विवरण में बांग्ला में एक जानकारी लिखी गई, जिसका हिंदी अनुवाद है.- 'बांग्लादेश में सेना ने फुटबॉल मैच के दिन झंडा बेचने वाले एक शख्स के साथ ऐसा व्यवहार किया.'
इसी से संकेत लेकर बांग्ला भाषा में ही संबंधित कीवर्ड से गूगल पर सर्च करने से हमें इस घटना की कई फॉलोअप रिपोर्ट मिलीं. डेली इंकलाब की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश के नेशनल स्टेडियम में 10 जून 2025 को एएफसी एशियन कप का बांग्लादेश और सिंगापुर के बीच क्वालिफायर मैच हो रहा था.
2. वीडियो नेशनल स्टेडियम के बाहर का है
डेली इंकलाब की रिपोर्ट में बताया गया कि मैच के दौरान स्टेडियम के गेट नंबर 4 के सामने कुछ लोग बिना टिकट प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे. भीड़ जबरन प्रवेश पाने के लिए गेट पर एकत्रित हो गई, जिससे अफरा-तफरी मच गई. भीड़ को कंट्रोल करने लिए स्टेडियम के पास आर्मी भी तैनात थी. भीड़ को नियंत्रित करते समय एक जवान ने स्टेडियम के गेट पर बांग्लादेश का राष्ट्रीय झंडा बेच रहे एक शख्स पर भी लाठीचार्ज कर दिया.
रिपोर्ट में गुलीस्तान आर्मी कैंप के कप्तान लेफ्टिनेंट कर्नल अफजालुर रहमान चौधरी के हवाले से बताया गया कि घटना के अगले ही दिन 11 जून को सेना ने खेद व्यक्त किया है और साथ ही उस झंडा विक्रेता को मुआवजे के तौर पर एक लाख टका (बांग्लादेशी मुद्रा) का अनुदान भी दिया.
3. मीडिया रिपोर्ट में विजुअल मौजूद
Kalbela, Bayanno और Global TV News की रिपोर्ट में भी यही जानकारी शेयर की गई. ढाका पोस्ट की वीडियो रिपोर्ट में इस वायरल वीडियो को भी देखा जा सकता है.
निष्कर्ष: वीडियो भारत का नहीं बल्कि बांग्लादेश की राजधानी ढाका में स्थित नेशनल स्टेडियम के बाहर हुई एक घटना का है.